
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी की हार के बाद आज रविवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने उपराज्यपाल वीके से मुलाकात की। उन्होंने एलजी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसके तुरंत बाद एलजी ने दिल्ली विधानसभा को भंग करने की अधिसूचना जारी की।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी ने 21 सितंबर 2024 को दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। हालांकि, उनका कार्यकाल मात्र साढ़े चार महीने का ही रहा। आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं। उनसे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित (कांग्रेस) ने भी इस पद पर कार्य किया था।
शनिवार को घोषित दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों में भाजपा ने 70 सीटों में से 48 पर जीत दर्ज की, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को केवल 22 सीटें ही मिलीं। कांग्रेस लगातार तीसरी बार अपना खाता खोलने में नाकाम रही।
दिल्ली में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बावजूद, आम आदमी पार्टी के कई प्रमुख नेताओं को हार का सामना करना पड़ा, जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया शामिल हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री आतिशी के अलावा, तीन मंत्रियों – गोपाल राय, मुकेश अहलावत और इमरान हुसैन ने जीत हासिल कर पार्टी की थोड़ी बहुत साख बचाई।
कालकाजी विधानसभा सीट से दूसरी बार चुनावी मैदान में उतरीं आतिशी ने भाजपा के रमेश बिधूड़ी को 3,521 वोटों के अंतर से हराया।
इस बीच, केजरीवाल, सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज जैसे बड़े नेता हार गए। नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल को भाजपा के प्रवेश वर्मा ने 4,089 वोटों से हराया। केजरीवाल को 30,088 वोट मिले, जबकि प्रवेश वर्मा को 34,177 वोटों के साथ जीत मिली। वहीं, मनीष सिसोदिया जंगपुरा विधानसभा सीट पर भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह से महज 675 वोटों से हार गए। ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट पर सौरभ भारद्वाज को भाजपा की शिखा रॉय ने 3,188 वोटों से हराया।