मुरादाबाद । उत्तर प्रदेश के संभल जिले के विभिन्न इलाकों में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का सर्वे गुरुवार को लगातार सातवें दिन भी जारी रहा। विवादित जामा मस्जिद से करीब 200 मीटर की दूरी पर एक कुआं मिला है।
अधिकारियों ने जामा मस्जिद से कुछ दूरी पर कुआं मिलने की पुष्टि की है। यह कुआं प्राचीन समय में मृत्य कूप के नाम से जाना जाता है। स्थानीय लोगों का दावा है कि इस कूप में स्नान करने के बाद श्रद्धालु हरिहर मंदिर में पूजा करने जाते थे। इससे पहले संभल के चंदौसी तहसील क्षेत्र में एएसआई के सर्वे में 150 वर्ष पुरानी बावड़ी मिली थी, जिसकी खुदाई चल रही है।
संभल के निवासी एवं इतिहास के अध्येता मोहन यादव ने बताया कि मृत्यु कूप का जिक्र संभल के इतिहास में आता है। पुराणों में ये ब्रह्मा जी द्वारा निर्मित कूप बताया गया है। यह ब्रह्मा जी द्वारा निर्मित 19 कुओं में से एक है। इसमें लगभग 20 साल पहले तक पानी था। लोग पहले स्नान करते और फिर हरिहर मंदिर में पूजा करने जाते थे। इसका स्वच्छ और निर्मल जल भगवान को चढ़ाया करते थे। हमारे पूर्वजों ने बताया है कि यहां पर महादेव का मंदिर है। अगर इस क्षेत्र की खुदाई कराई जाए तो सब सच सामने आ जाएंगे।
मोहन यादव ने बताया कि हमारे बुजुर्ग पूर्व में यहां आते थे और कुएं से पानी लाते थे। हालांकि कुछ परिस्थितियों और उदासीनता के कारण लोगों ने इसका उपयोग करना बंद कर दिया लेकिन अब प्रशासन और योगी सरकार के प्रयासों से हमारी विरासत के पुनरुद्धार पर जो काम हो रहा है, उसके लिए हम उनका हार्दिक आभार जताते हैं।