जिला और ब्लॉक स्तर पर होगा कार्यशालाओं का आयोजन
गाजियाबाद। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 28 मई से आयोजित होने वाले सघन डायरिया नियंत्रण पखवाड़े (आईडीसीएफ) से पूर्व जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। कार्यशाला के दौरान चिकित्साधिकारी, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक, सीडीपीओ, नर्सिंग स्टाफ, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आईडीसीएफ कार्यक्रम के तकनीकि विषय, गतिविधियों और उनकी भूमिका के संबंध में प्रशिक्षित किया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एनके गुप्ता ने बताया कि आशाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी कि छोटे बच्चों वाले घरों में जाकर उन्हें क्या क्या करना है।
सीएमओ ने बताया कि 28 मई को कार्यक्रम का उद्घाटन स्थानीय विधायक, सांसद या फिर किसी अन्य जनप्रतिनिधि से कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि पखवाड़े के दौरान आशा बहनें संबंधित गांवों में पांच वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों के घरों का भ्रमण करेंगी और डायरिया होने की स्थिति में तत्काल उपचार शुरू करने हेतु उनके माता-पिता को परामर्श देंगी। इस दौरान आशा बहनें यह
भी बताएंगी कि घर में ओआरएस कैसे बनाया जाए और उसका उपयोग कैसे किया जाए। गृह भ्रमण के दौरान घर में मौजूद पांच वर्ष से छोटे बच्चों के लिए ओआरएस का एक-एक पैकेट भी देंगी और साथ ही साफ-सफाई के बारे में
परिजनों को विस्तार से समझाएंगी।
दस्त के दौरान बच्चों को ओआरएस और तरल पदार्थ देने की सलाह के साथ ही आशा बहनें यह भी बताएंगी कि दो माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को उनकी उम्र के मुताबिक 14 दिनों तक जिंक की खुराक दी जाए। छह माह तक के बच्चे को आधी गोली और छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चे को एक गोली देना पर्याप्त होता है। सीएमओ ने बताया कि जिंक का प्रयोग करने से अगले दो-तीन माह तक डायरिया होने की संभावना कम हो जाती है। जिंक और ओआरएस के उपयोग के बाद भी डायरिया ठीक न होने पर बच्चे को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाएं।
बच्चे को डायरिया के दौरान स्तनपान जरूर कराएं :
सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने बताया कि कई माताएं बच्चे को डायरिया होने पर खाना-पानी देना बंद कर देती हैं, यह गलत है। यदि आपका बच्चा स्तनपान करता है तो उसे हर दस्त के बाद स्तनपान कराएं और यदि बच्चा छह माह से बड़ा है तो ऊपरी आहार भी देती रहें। आशाएं गृह भ्रमण के दौरान शिशु बाल पोषण की जानकारी भी देंगी। ध्यान रहे कि बच्चे को पीने के लिए दिया जाने वाला पानी शुद्ध हो। उबालकर पानी पिलाएं तो बेहतर है। बच्चे के मल का निस्तारण शीघ्र करें और फिर साबुन से हाथ धोएं। डायरिया फैलने से रोकने के लिए शौचालय का उपयोग करें।
मोबाइल टीम ओआरएस और जिंक की गोली :
सीएमओ ने बताया कि 28 मई से 9 जून तक पखवाड़े के दौरान ट्रांजिट में रहने वाले पांच वर्ष तक के बच्चों को कवर करने के लिए मोबाइल टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों के आसपास ओआरएस कॉर्नरों के जरिए ओआरएस और जिंक की गोली 5 वर्ष तक के बच्चों को खिलाएंगी।















