
जालंधर/खरगोन : मध्यप्रदेश पुलिस की हिरासत से फरार हुए दो हथियार तस्करों को आखिरकार फिल्मी अंदाज़ में गिरफ्तार कर लिया गया। खरगोन जिले के जैतापुर थाने से हथकड़ी समेत फरार हुए पंजाब निवासी वीरपाल (28) और जगविंदर सिंह (19) को एमपी पुलिस ने जालंधर से गिरफ्तार किया है। इन शातिर आरोपियों तक पहुंचने में पुलिस को पूरे पांच दिन लग गए।
रिक्शा और गन्ने का रस बना पुलिस की पहचान का हथियार
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि फरार आरोपी जालंधर में छिपे हुए हैं। इसके बाद एमपी पुलिस की टीम ने जालंधर में डेरा डाल दिया और आरोपियों की तलाश में दिन-रात एक कर दिए। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि पुलिसकर्मियों को वेश बदलकर इलाके में रहना पड़ा। किसी ने रिक्शा चलाया तो किसी ने गन्ने का रस बेचने का बहाना बनाया, ताकि किसी को शक न हो और आरोपियों को बिना भनक लगे पकड़ा जा सके।
बाथरूम का बहाना बनाकर हुए थे फरार
गौरतलब है कि वीरपाल और जगविंदर को 30 मई को मध्यप्रदेश के गोपालपुरा से दो अवैध पिस्टलों के साथ गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान जैतापुर थाने में हिरासत में रहते हुए दोनों आरोपी हथकड़ी समेत बाथरूम जाने का बहाना बनाकर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए थे।
रेलवे स्टेशन रोड से पकड़े गए आरोपी
लगातार निगरानी और सूझबूझ के बाद एमपी पुलिस ने जालंधर रेलवे स्टेशन रोड पर इन दोनों फरार आरोपियों को पहचान कर दबोच लिया। इसके बाद दोनों को स्थानीय अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर वापस मध्यप्रदेश ले जाया गया।
पुलिस की सूझबूझ और जज्बे की सराहना
यह पूरी कार्रवाई किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं रही। पुलिस की सतर्कता, रणनीति और वेश बदलकर किए गए प्रयासों की सराहना हो रही है। इस ऑपरेशन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और अपराधी चाहे जितने भी शातिर क्यों न हों, कानून से बच नहीं सकते।