जिला शिमला के सेब बहुल क्षेत्र रोहड़ू में सेब व्यापार के नाम पर लाखों रुपये की ठगी और शिकायतकर्ता को धमकाने का मामला सामने आया है। पुलिस थाना रोहड़ू में शिकायतकर्ता यजविंदर सिंह ने तीन व्यापारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। तीनों आरोपी यूपी और बिहार के रहने वाले हैं। यह मामला सेब व्यापार में विश्वासघात और धोखाधड़ी का है औऱ इसमें आरोपियों ने 16 लाख रुपये का भुगतान रोककर कथित तौर पर शिकायतकर्ता को धमकाने की कोशिश की।
शिकायतकर्ता यजविंदर सिंह रोहड़ू के मेहंदीली में स्थित ‘वाईटीसी यजविंदर सिंह फ्रूट कंपनी’ के मालिक हैं। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वर्ष 2022-23 में उन्होंने अपनी दुकान से सेब के कई बॉक्स उत्तर प्रदेश और बिहार के व्यापारियों को बेचे थे। शिकायत के अनुसार उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित नवीनीकृत फल मंडी की एक दुकान के मालिक राजा राम, बिहार के खमरिया निवासी परवेज आलम और बनारस स्थित एसबी फ्रूट कंपनी के मालिक दीपक यादव ने यजविंदर सिंह से सेब खरीदे थे।
शुरुआत में व्यापारियों ने कुछ धनराशि का भुगतान किया। लेकिन बाद में 16 लाख रुपये की शेष राशि को दबा लिया। शिकायतकर्ता के अनुसार यह धनराशि गबन करने की नीयत से रोकी गई।
धमकी देकर चुप कराने की कोशिश
शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि जब भी उन्होंने राजा राम, परवेज आलम और दीपक यादव से बकाया राशि लौटाने की बात की तो उन्हें खुलकर धमकी दी गई। आरोपियों ने कथित तौर पर कहा कि यदि वह आगे इस मामले को उठाएंगे तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
इस शिकायत पर रोहड़ू पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
रोहड़ू के डीएसपी प्रणव चौहान ने बताया कि आरोपियों को पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा। जांच में सहयोग नहीं करने पर इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बता दें कि इससे पहले भी अप्पर शिमला में सेब आढ़तियों से ठगी के मामले सामने आ चुके हैं। दरअसल बाहरी राज्यों के कारोबारी सेब खरीद कर ले जाते हैं और पूरा भुगतान नहीं करते। पूर्व सरकार के समय में इसकी रोकथाम के लिए एसआईटी गठित की गई थी। पहले इस तरह के मामलों की शिकायत थाने व चौकियों में की जाती थी लेकिन अब शिकायत को एसआईटी को भेजा जाता है और वही इस तरह के मामलों की जांच करते हैं।