
लेखा बाबू पर लगा ₹75000 लेने के आरोप
प्रयागराज। जिले की एंटी करप्शन टीम ने चीप एंड फंड के सहायक लेखाकार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके पास से एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत की 75,000/-रूपए बरामद किया। इसके बाद टीम ने सहायक लेखाकार को पूछताछ के लिए शिवकुटी थाने ले आई। जहां पर उससे गहन पूछताछ करते हुए प्राथमिक दर्ज की।
बता दे की गुरुवार को लोकसेवक साक्षीगण व ट्रैप टीम के समक्ष . रागविराग पुत्र स्व० गिरजाकान्त त्रिपाठी निवासी 265 निराला निवास बक्शी खुर्द थाना दारागंज जनपद प्रयागराज सम्प्रति लेखाकार,सहायक रजिस्ट्रार फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स मेहदौरी तेलियरगंज प्रयागराज के कहने पर 2. विजय राज सिंह पुत्र बनवारी लाल निवासी कुवाडीह थाना सरायइनायत जनपद प्रयागराज सम्प्रति कम्प्यूटर आपरेटर (संविदाकर्मी) द्वारा रिश्वत लेने पर समय 01:19 बजे रंगे हाथ गिरफ्तार किया । दोनो आरोपीगण को थाना शिवकुटी कमिश्नरेट प्रयागराज पर लाकर विधिक कार्यवाही करते हुए अभियोग पंजीकृत कराया गया।
रागविराग पुत्र स्व० गिरजाकान्त त्रिपाठी निवासी 265 निराला निवास बक्शी खुर्द थाना दारागंज जनपद प्रयागराज तथा प्रयागराज सम्प्रति लेखाकार,सहायक रजिस्ट्रार फर्म्स सोसाइटीज से संबंधित है, इनका संबंध प्रयागराज में स्थित मिशनरीज संपत्ति और सोसाइटियो में एक लंबे पैमाने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा गोमती इंटर कॉलेज देता रहा। जिसका जीता जाता उदाहरण हाई कोर्ट में मुकदमे है। यहां तक कहां जा रहा है कि यह बाबू हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना ही नहीं इसे करने से भी इंकार कर देता था। सूत्रों की माने तो ऐसी ही नज़रत हास्पिटल की मिशनरी सोसायटी पर 30 करोड़ के इनकम टैक्स को रफा दफा करने में इन्हें महारत हासिल थी।
यह वही राग विराग है, जिन्होंने प्रयागराज कि ईसाई मिशनरियों की कई फर्जी सोसाइटियों का निर्माण कराया। जिनके विषय में हाईकोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने को भी कहा । लेकिन वह वादी के साथ मिलकर के हाई कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करायी। जैसे गोमती इंटर कॉलेज फूलपुर का मामला है।
प्रयागराज की एंटी करप्शन टीम ने आय से अधिक संपत्ति का मामला पकड़ा भी है इस पर भी जांच होने की पूरी संभावना बनी है। यदि मामले का पर्दाफाश हुआ तो शहर के बड़े से बड़े चेहरे बेनकाब होंगे।










