जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) अजमेर इकाई ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए अजमेर जिले के भिनाय थाना में तैनात कांस्टेबल अर्जुन लाल और ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा को दो हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि एसीबी को शिकायत मिली थी कि कांस्टेबल अर्जुन लाल एक परिवादी के खिलाफ दर्ज परिवाद की जांच कर रहे थे। मामले में राजीनामा होने के बाद परिवाद को बंद करने की एवज में उन्होंने 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। पहले 15 दिसंबर दो हजार चौबीस को परिवादी से तीन हजार रुपये लिए गए और शेष चार हजार रुपये के बदले परिवादी की सोने की अंगूठी ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा के पास रखवा दी गई थी।
परिवादी द्वारा एसीबी में शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले की जांच की गई, जिसमें यह पाया गया कि सत्यापन के दौरान चार हजार रुपये की मांग की गई थी, जिसमें से दो हजार रुपये ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा को दिए गए।
एसीबी अजमेर रेंज के उप महानिरीक्षक कालुराम रावत के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचन्द्र के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक दीनदयाल और अन्य अधिकारियों ने ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया।
इस दौरान आरोपी कांस्टेबल अर्जुन लाल और ई-मित्र संचालक विक्रम शर्मा को दो हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। रिश्वत की राशि विक्रम शर्मा की जैकेट से बरामद की गई।भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।