भगवान बुद्ध की प्रति‍मा तोड़ने पर चीन के खि‍लाफ भारत भर में आक्रोश, भारत तिब्बत समन्वय संघ ने की निंदा…

प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी

वरिष्ठ राजनीतिज्ञ प्रो. -सोलंकी बोले कि चीन के पाप का घड़ा है भर चुका

लखनऊ। हाल ही में चीनी सरकार द्वारा तालि‍बानी रुख अख्‍ति‍यार करते हुए लुहुओ काउंटी (कार्दजे) में स्थित भगवान बुद्ध की 99 फीट ऊंची प्रतिमा को ध्‍वस्‍त कर दि‍या गया है, इसके बाद दुनि‍याभर में चीन की इस कार्रवाई का वि‍रोध हो रहा है। वहीं भगवान गौतम बुद्ध के मूल देश भारत में भी चीन के इस कुकृत्‍य को लेकर काफी आक्रोश है। भारत तिब्बत समन्वय संघ (बीटीएसएस) ने चीन सरकार की इसे लेकर कटु आलोचना की है।


पूर्व राज्यपाल व बीटीएसएस के केंद्रीय संरक्षक प्रो कप्तान सिंह सोलंकी का कहना है कि चीन का तिब्बतियों और बौद्ध भिक्षुओं को लेकर घिनौना चेहरा एक बार फिर सामने आया है। सिचुआन प्रांत में चीनी अधिकारी तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं को गिरफ्तार कर रहे हैं और जमकर पिटाई कर रहे हैं। इनको संदेह है कि देश के लुहुओ काउंटी में बुद्ध की 99 फीट ऊंची प्रतिमा ध्वस्त किए जाने के बारे में तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं ने ही बाहरी लोगों को सूचना दी है।

इस प्रकरण पर, वाराणसी से राष्ट्रीय महामन्त्री अरविन्द केशरी व मेरठ से विजय मान ने कहा कि चीन के इस कुकृत्य की निन्दा करने वालों में भारत तिब्बत समन्वय संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो० प्रयाग दत्त जुयाल (देहरादून), राष्ट्रीय अध्यक्ष (महिला) श्रीमती नामग्याल सेकी (मैक्लोडगंज), राष्ट्रीय महामन्त्री (महिला) श्रीमती राखी मित्रा (कोलकाता) व सुश्री राजो मालवीय (भोपाल) आदि लोग शामिल रहे। इसके अलावा, पूरे देश में चीन के विरूद्ध जनमानस में वातावरण तैयार किया जा रहा है ताकि भारत की जनता मौके पर चीन को सबक सिखा सके।

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