
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को कम जीबी के मोबाइल फोन दिए जाने के खिलाफ शुक्रवार को आंगनबाड़ी वर्कर्स ने लघु सचिवालय पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
जिला प्रधान रूपा राणा ने बताया कि 2018 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पक्का करने की बात कही थी, लेकिन यह वादा आज तक पूरा नहीं हुआ। उन्होंने सरकार से मांग की कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पक्का किया जाए और उन्हें बेहतर सुविधाएं दी जाएं। साथ ही, गर्मी के मौसम में राशन के मैन्यू को बदलने की भी मांग की गई, क्योंकि इस मौसम में कई लाभार्थी बाजरा लेने से हिचकिचाते हैं।
इसके अतिरिक्त, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने विभाग द्वारा फोटो कैप्चरिंग कार्य को बंद करने की मांग की, क्योंकि गरीब परिवारों के बच्चों के माता-पिता साइबर ठगी के डर से ओटीपी साझा नहीं करना चाहते। कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि उनके पास जो मोबाइल फोन दिए गए हैं, वे पुराने और कमजोर हैं, जिससे ऐप ठीक से काम नहीं करता, और उन्हें इससे काफी परेशानी हो रही है।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि बर्खास्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तुरंत बहाल किया जाए, और खाली पड़े पदों पर भर्ती की जाए। इसके अलावा, प्रमोशन की प्रतिशत सीमा 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की भी मांग की गई। साथ ही, अन्य केंद्रों पर काम करने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अतिरिक्त मानदेय देने की अपील की गई।
इस मौके पर सीटू जिला प्रधान सतपाल सैनी, जगपाल राणा, ओपी माटा, रीना, सरोज, नीलम, ममता, बबीता आदि प्रदर्शनकारियों के साथ उपस्थित रहे।