
कमलापुर थाना पुलिस ने नेता को थाना में बैठाया
नेता के पक्ष में थाना पहुंची महिलाओं ने किया घेराव
सीतापुर। जिले में आंगनबाड़ी भर्ती को लेकर चल रही कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। गुरूवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपने संगठन के बैनर तले मिश्रिख में प्रदर्शन किया और एक ज्ञापन तहसील प्रशासन को सौंपा तथा भर्ती पर गड़बड़ी का आरोप लगाने वाले तथाकथित भाजपा नेता को संगठन से निकाले जाने की मांग की। वहीं उक्त भाजपा नेता को थाना कमलापुर पुलिस द्वारा थाना पर लाया गया इसको लेकर नेता के पक्ष में कई महिलाएं थाना पहुंची और अपने नेता को छोड़ने की बात कही। खबर लिखे जाने तक नेता को थाना में बैठाए रखा गया।
आपको बताते चलें कि आंगनबाड़ी भर्ती होने के बाद से उसमें गड़बड़ियों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे है। इसी क्रम में थाना कमलापुर क्षेत्र के रहने वाले पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह ने भर्ती गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए पूर्व में प्रदर्शन किया था। जिसके बाद उन पर भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कई आरोप लगाए। फिलहाल भर्ती के बाद शुरू हुई रार अभी भी थमी नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज के अनुसार पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह 5 जून को जल समाधि लेने वाले थे। इसकी जानकारी होते ही एलआईयू समेत पूरे प्रशासन के हाथ पांव फूल उठे। हालांकि जल समाधि लेने की कोई भी प्रशासनिक लिखित जानकारी सामने नहीं आई थी लेकिन सोशल मीडिया से मामला एलआईयू तक पहुंचा था। इसीलिए मानवाधिकारी नियमों के तहत तथा माहौल में शांति बनाए रखने के लिए थाना कमलापुर पुलिस पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह को थाना ले लाई और उसे काफी समझाया बुझाया। इसी दौरान पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह के थाने में होने की जानकारी उनके सहयोगियों को मिली। बताया जाता है कि इस पर अनेकों महिलाएं थाना कमलापुर पहुंची और पुष्पेन्द्र को छोड़ने की मांग की। खबर लिखे जाने तक पुलिस ने पुष्पेन्द्र को थाना पर ही बैठाए रखा था। वहीं थाना पुलिस से जब जानकारी ली गई कि किस आरोप में पुष्पेन्द्र को बैठाया है तो थानाध्यक्ष ने कुछ कहे बिना ही दो बार फोन काट दिया।
उधर महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले मिश्रिख तहसील क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियांे प्रदर्शन किया और एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। जिसमें संगठन ने पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने तथा भाजपा द्वारा उन्हें संगठन से निकाले जाने की मांग की।