तलाशे पांच मंदिर, कब्जे हटवाकर शुरू कराया जीर्णोद्धार
कहीं भरा था कूड़ा तो कहीं बंद मिला ताला, कब्जाधारकों को दी चेतावनी
भास्कर ब्यूरो
कानपुर। मठ मंदिर समिति के अलावा अब शहर की मेयर प्रमिला पांडे ’अम्मा ’ भी मुस्लिम इलाकों में अवैध कब्जों के कारण ढके-मुंदे मंदिरों को खोजने के अभियान में जुट गई हैं। शनिवार को सीसामऊ नाले पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने की चेतावनी देने वाली ’अम्मा ’ आज अचानक सात थानों की फोर्स लेकर बेकनगंज जा धमकी। पूरा अमला मंदिर खोजो अभियान में जुट गया। देखते-देखते ऐसे पांच मंदिर तलाश लिए गए, जिनका अवैध कब्जों के कारण स्वरूप ही नष्ट हो चुका था। मेयर ने तुरंत कब्जे हटवाए, कब्जाधारकों को चेतावनी के साथ इन मंदिरों के जीर्णोंद्धार की भी शुरुआत करा दी।
मुस्लिम इलाकों में गुमनामी के अंधेरे में खोए मंदिरों को खोजने में महापौर समेत पुलिस प्रशासन भी जुट गया है। शनिवार को प्रमिला पांडेय सारे कामधाम छोड़कर बेकनगंज पहुंच गईं। यहां एक-एक कर पांच मंदिरों पर गईं। एक मंदिर के पीछे पहले बिरियानी बनती थी। मेयर ने मंदिर का ताला खुलवाया तो उसमें कूड़ा भरा था। इस पर मेयर बिफर पड़ीं। अफसरों से बोली- देखिए क्या कराके रखा है। मेयर ने कब्जा खाली करने की चेतावनी दी।
प्रमिला पांडे 30 मिनट तक मुस्लिम बहुल इलाके में रहीं। वे सबसे पहले राम जानकी मंदिर पहुंचीं। यहां हिंसा के आरोपी मुख्तार बाबा ने कब्जा कर रखा था। पीछे के हिस्से में बिरयानी बनवाता रहा है। हालांकि, शत्रु संपत्ति घोषित होने के बाद जगह को सील कर दिया गया था। फिर भी यहां कारोबार होता रहा। मंदिर का हिस्सा अभी बचा है, जिसकी मेयर ने साफ-सफाई कराई।
इसके बाद मेयर 20 मीटर दूर राधा-कृष्ण मंदिर पहुंचीं। ये मंदिर गिर चुका है। इस पर किसी का कब्जा नहीं मिला। फिर मेयर शंकर भगवान के मंदिर पहुंचीं। यहां शिवलिंग के अवशेष थे लेकिन शिवलिंग मौजूद नहीं था। मंदिर के पीछे के हिस्से में लोग रह रहे थे। शिव मंदिर के बाद मेयर 200 मीटर आगे बंद पड़े राधा-कृष्ण के मंदिर पहुंचीं। इस पर शटर लगा था। मेयर ने इसका ताला तुड़वाया तो यहां कूड़ा भरा मिला। मेयर ने इसे खाली करने के निर्देश दिए। बगल में मौजूद मंदिर पर भी कब्जा मिला। इस पर मेयर ने तुरंत खाली करने की चेतावनी दी।
इस दौरान मेयर ने कहा कि अभी करीब एक दर्जन मंदिरों को खोजा गया है, जहां या तो कूड़ा करकट मिला या जर्जर अवस्था में ढांचा मिला। महापौर ने कहा कि शहर के प्राचीन मंदिर, जिन पर कबजे हुए हैं या गुमनाम हो चुके हैं, उन्हें खोजकर उनका स्वरूप वापस दिलाया जायेगा। मठ मंदिर समिति के जिलाध्यक्ष उमेश तिवारी का कहना है कि मुस्लिम आबादी वाले केडीए के जोन-1 में आरटीआई की सूचना के मुताबिक 325 से ज्यादा मंदिर हैं। इसमें से 125 से ज्यादा मंदिरों पर कब्जा हो चुका है। संगठन ने ऐसे 35 मंदिरों को तलाश कर लिया है। यह मंदिर पूरी तरह से अपना अस्तित्व खो चुके हैं। इन पर गंदगी का अंबार और मूर्तियां खंडित हैं। जल्द ही इन सभी मंदिरों को कब्जामुक्त कराया जाएगा। आज मेयर ने भी यही कहा कि सवा सौ मंदिर पर अवैध कब्जे हैं, जिन्हें हटवाया जाएगा।