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Haridwar : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के नाम पर तीन दोस्तों ने बड़ा खेला कर दिया। तीनों दोस्तों में एक दोस्त ने जय शाह बनकर उत्तराखंड के तीन विधायकों के से पांच-पांच लाख रुपये हड़प लिए। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में से एक उत्तराखंड और दूसरा दिल्ली का रहने वाला है। पुलिस तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है।
उत्तराखंड के तीन विधायकों से पांच-पांच लाख रुपये मांगने के आरोप में दो व्यक्ति गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें एक उत्तराखंड और दूसरा दिल्ली का रहने वाला है। पुलिस ने इन्हें क्रमशः दिल्ली और रुद्रपुर से पकड़ा है। तीसरे आरोपित की तलाश जारी है।
दिल्ली के तीन दोस्तों ने खुद को गृह मंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह बताकर रानीपुर विधायक आदेश चौहान, रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा और नैनीताल विधायक सरिता आर्य से पैसे की मांग की थी। इन आरोपितों में से दो को पुलिस ने हरिद्वार और ऊधम सिंह नगर में गिरफ्तार किया। एक आरोपित उत्तराखंड का और दूसरा दिल्ली का निवासी है।
पुलिस ने उन्हें क्रमशः दिल्ली और रुद्रपुर से गिरफ्तार किया। घटना का मास्टरमाइंड तीसरे आरोपी की तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने मौज-मस्ती और अय्याशी के लिए विधायकों से ठगी का प्रयास किया था। इसके अलावा, यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपितों ने उत्तराखंड के 12 विधायकों को ठगी के लिए फोन किए थे। हालांकि, अन्य नौ विधायकों के नाम अभी तक सामने नहीं आए हैं, जिनकी जानकारी मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद मिल सकती है।
रानीपुर विधायक आदेश चौहान को 14 फरवरी को फोन आया था, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को जय शाह बताया। उसने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बेटे हरीश नड्डा से बातचीत हुई है और अमित शाह हल्द्वानी में हैं। उसे दिल्ली आकर शाह से मुलाकात करनी होगी। इसके बाद, विधायक को दो अलग-अलग नंबरों से कॉल करके पांच लाख रुपये देने की बात की गई। यह भी कहा गया कि उनका सचिव उन्हें भुगतान का तरीका बताएगा।
संदेह होने पर विधायक ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के बेटे से संपर्क किया, और पता चला कि इस संबंध में कोई बात नहीं हुई थी। फिर 15 फरवरी को विधायक को एक और कॉल आई, जिसमें शख्स ने दिल्ली के उत्तराखंड सदन में मिलने का आग्रह किया, लेकिन उसने इनकार कर दिया और अभद्रता करते हुए सोशल मीडिया पर बदनाम करने की धमकी दी।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने छापेमारी शुरू की और आरोपित प्रियांशु पंत (सिमाल गांव, बागेश्वर, उत्तराखंड) को दिल्ली से गिरफ्तार किया। दूसरे आरोपी उवेश (न्यू कोंडली, मयूर विहार, दिल्ली) को ऊधम सिंह नगर पुलिस ने पकड़ा।
मुख्य साजिशकर्ता गौरव नाथ ने ट्रू कॉलर एप में जय शाह और जय शाह के सचिव के नाम से मोबाइल नंबर सेव किए थे, ताकि विधायक उसे पहचानकर पैसे दे दें। गौरव ने उवेश के नाम से सिम कार्ड खरीदे और प्रियांशु ने उसका इस्तेमाल किया।
पुलिस टीम में बहादराबाद के कस्बा चौकी प्रभारी यशवीर सिंह नेगी, हेड कांस्टेबल देशराज, कांस्टेबल बलंत सिंह और एसओजी कांस्टेबल नरेंद्र शामिल थे।