‘कौ-कौ करता है…’ लोकसभा में अमित शाह को आया गुस्सा, बोल गए आपत्तिजनक शब्द; रिजिजू बोले- गलती से निकल गया

Amit Shah in Parliament : बुधवार को लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव सुधार और चुनावी प्रक्रिया (SIR) पर भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष को जमकर फटकार लगाई और कई बार गुस्से में नजर आए। भाषण के बीच उन्होंने विपक्षी सांसद को नसीहत भी दी। इसके साथ ही, उनके मुंह से गुस्से में कुछ आपत्तिजनक शब्द भी निकल गए। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से भाजपा की जीत पर विपक्ष कौ-कौ-कौ करता रहा है।

जब विपक्ष हंगामा कर रहा था, तब शाह गुस्से में आ गए। उन्होंने विपक्ष की ओर उंगली दिखाते हुए कहा, “मैं अपने बोलने का क्रम तय करूंगा। 30 साल से मैं सांसद हूं, आपकी मुंसिफगिरी संसद में नहीं चलेगी।”

लोकसभा में शाह के भाषण के 4 प्रमुख मोमेंट्स:

1. विपक्षी सांसद को फटकार और नसीहत
शाह जब भाषण दे रहे थे, उस समय विपक्ष ने हंगामा किया। उन्होंने स्पीकर की ओर देखकर चर्चा शुरू की। इसी बीच, विपक्ष का एक सांसद ने फिर टोका, तो शाह को गुस्सा आ गया। उन्होंने कहा, “जब दो बड़े लोग बात कर रहे हों, तो बीच में नहीं टोकना चाहिए।” उन्होंने विपक्ष को समझाया कि उन्हें सम्मानपूर्वक बात करने का मौका देना चाहिए।

2. आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग, रिजिजू ने दी सफाई
शाह ने अपने भाषण के दौरान चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा, “मैं भी बहुत सोचता हूं कि ये चुनाव आयोग क्यों कहता है कि * कुछ नहीं हो रहा है।” उनके इस बयान में असंसदीय शब्द का इस्तेमाल हुआ। विपक्ष ने इस पर हंगामा किया। संसदीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि यह गलती से निकला है और सदन के पटल से हटेगा।

3. भाजपा की जीत पर विपक्ष का कौ-कौ-कौ
शाह ने कहा, “देश में EVM कांग्रेस ही लेकर आई थी। 2004 में मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली की 16 विधानसभा सीटों पर EVM से चुनाव का ट्रायल किया गया। 2014 में भाजपा केंद्र में आई और तब से हम चुनाव जीत रहे हैं। इसके बाद से विपक्ष कौ-कौ करने लगा है।”

4. 30 साल से सांसद हूं, आपके मुताबिक नहीं चलूंगा
शाह ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “मैं 30 साल से प्रतिनिधि हूं और संसदीय प्रणाली का अनुभव रखता हूं। विपक्ष के नेता कहते हैं कि पहले मेरे सवालों का जवाब दीजिए। लेकिन मैं कहता हूं, आपकी मुंसिफगिरी संसद में नहीं चलेगी।” इसके साथ ही, उन्होंने विपक्ष की ओर उंगली उठाते हुए कहा कि वह अपनी बात मनवाने के लिए कोई भी तरीका अपनाएंगे, लेकिन उनकी प्रणाली का सम्मान करना चाहिए।

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