पंजाब में विपक्षी हमलों के बीच सीएम भगवंत मान ने संभाली कमान, लोगों को समझा रहे सरकारी नीतियों के फायदे

पंजाब : पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है। इसी के चलते तमाम विपक्षी दल अपनी सियासी जमीन मजबूत करने और वोटरों तक पैठ बनाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। विरोधी दल सरकार की नीतियों के खिलाफ लोगों के बीच जाकर लगातार माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। खास तौर पर लैंड पूलिंग पॉलिसी और कर्ज की राशि काटकर फसल भुगतान जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है।

भगवंत मान सरकार का पलटवार

इस विरोध का जवाब देने के लिए अब खुद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और उनके मंत्री मैदान में उतर आए हैं। सीएम राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जनसभाओं और कार्यक्रमों में भाग लेकर सरकारी नीतियों के सकारात्मक पहलुओं को जनता के सामने रख रहे हैं। आम आदमी पार्टी के मंत्री, विधायक और नेता भी जनता को यह समझाने में लगे हैं कि सरकार की योजनाएं उनके हित में हैं और उन्हें वास्तविक लाभ पहुंचा रही हैं।

सीएम मान ने कहा कि कुछ विपक्षी दल गलत अफवाहें फैला रहे हैं कि सहकारी बैंक किसानों की फसल की कीमत से पहले कर्ज की राशि काट लेंगे और फिर बाकी पैसा उनके खातों में डाला जाएगा। इस पर सीएम ने स्पष्ट किया कि ऐसा संभव ही नहीं है क्योंकि यह कर्ज सीसीएल (कैश क्रेडिट लिमिट) के तहत दिया गया होता है, जिसमें से सरकार एक रुपया भी नहीं काट सकती।

उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसानों के कर्ज को लेकर समाधान किसानों से बैठकर निकाला जाएगा। जरूरत पड़ी तो ब्याज भी माफ किया जा सकता है, लेकिन फसल की पेमेंट में कोई कटौती नहीं की जाएगी

लैंड पूलिंग नीति पर भी दी सफाई

सीएम मान ने लैंड पूलिंग नीति को लेकर भी लोगों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह नीति किसानों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, और इसमें जोर-जबरदस्ती का कोई सवाल नहीं उठता। किसानों को उनकी सहमति से शामिल किया जाएगा और नीति उन्हें दीर्घकालिक लाभ देगी।

“रंगले पंजाब दे रंग दिखण लग पए ने”

सीएम ने अपने संबोधनों में यह भी कहा, “हमने रंगले पंजाब का सपना देखा था, अब उसके रंग दिखने लगे हैं।” उन्होंने बताया कि कभी नशे और लूट के मामलों में बदनाम रहा पंजाब, अब शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए जाना जा रहा है।

सरकारी स्कूलों के 800 से अधिक छात्रों ने NEET, 256 छात्रों ने JEE, और 44 ने JEE Advanced परीक्षा पास की है। इस प्रदर्शन के दम पर पंजाब नॉर्थ इंडिया में शीर्ष पर है।

सरपंच, डीसी, विधायक और सांसद अपने-अपने क्षेत्रों को नंबर वन बनाने में जुटे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुछ विरोधियों को यह तरक्की रास नहीं आ रही है।

“हमें जनता के सुख-दुख में हिस्सा लेना है”

सीएम मान ने साफ तौर पर कहा, “हमने न रेत में, न ठेकों में और न ही ढाबों में हिस्सा लेना है। हमें पंजाब के साढ़े तीन करोड़ लोगों के सुख-दुख में हिस्सा लेना है।” उन्होंने भरोसा दिलाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार पारदर्शिता और ईमानदारी से काम करती रहेगी।

इस तरह भगवंत मान सरकार ने विपक्ष के आरोपों का सीधा जवाब देते हुए सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को लेकर लोगों से सीधा संवाद शुरू कर दिया है, ताकि आगामी चुनाव में सच्चाई और विकास के मुद्दों पर जनसमर्थन जुटाया जा सके।

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