
भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनाव के माहौल में भारतीय वायुसेना ने एक अहम फैसला लिया है। गगनयान मिशन में शामिल ग्रुप कैप्टन अजित कृष्णन को मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा हालात को देखते हुए मिशन से वापस बुला लिया गया है। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की थी। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से भी भारत के कई राज्यों में मिसाइल और ड्रोन हमले किए गए। माना जा रहा है कि भारत अब एक और बड़ी जवाबी कार्रवाई कर सकता है।
अजित कृष्णन की वापसी की पुष्टि
नई दिल्ली में आयोजित ग्लोबल स्पेस एक्सप्लोरेशन कॉन्फ्रेंस के दौरान अजित कृष्णन ने खुद इस बात की पुष्टि की कि उन्हें वापस बुला लिया गया है। उन्होंने कहा,
“मुझे भारतीय वायुसेना ने मौजूदा हालात के मद्देनज़र वापस तैनात किया है।”
कौन हैं अजित कृष्णन?
अजित कृष्णन साल 2003 में भारतीय वायुसेना से जुड़े थे। वह एक अनुभवी पायलट होने के साथ-साथ फ्लाइट इंस्ट्रक्टर भी हैं। उनके पास Su-30 MKI और MiG-29 जैसे उन्नत लड़ाकू विमानों पर 2,900 घंटे से ज्यादा की उड़ान का अनुभव है। उनकी दक्षता और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए उन्हें भारत के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए चुना गया था।
क्या है गगनयान मिशन?
गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है, जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) विकसित कर रहा है। इसका पहला मानवरहित परीक्षण मिशन इसी साल के अंत तक लॉन्च किया जाना प्रस्तावित है। इसके बाद 2026 में दो और मानवरहित उड़ानें की जाएंगी। गगनयान के तहत पहली मानवयुक्त उड़ान 2027 की पहली तिमाही में भेजे जाने की योजना है। इस मिशन का करीब 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
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