शंभू बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन के बीच रेशम सिंह ने सल्फास निगलकर दी जान

पंजाब के शंभू बॉर्डर पर गुरुवार की सुबह सल्फास निगलने वाले किसान की इलाज के दौरान मौत हो गई। किसान संगठनों तथा प्रशासन ने मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है। सल्फास निगलने वाले किसान की पहचान पंजाब के तरनतारन जिला के गांव पोहविंड निवासी रेशम सिंह (55) के रूप में हुई है।

किसान नेता तेजवीर सिंह पंजोखरा के अनुसार रेशम सिंह शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 11 महीने से आंदोलन के बावजूद सरकार की तरफ से इसका समाधान न निकालने से नाराज था। गुरुवार की सुबह लंगर स्थल के पास ही किसान रेशम सिंह ने सल्फास निगल ली। जैसे ही इस बारे में किसानों को पता चला तो उसे पहले राजपुरा के अस्पताल में ले जाया गया। जहां हालत गंभीर देख पटियाला रेफर कर दिया गया। पटियाला में रेशम सिंह की मौत हो गई।

किसानी मांगाें को लेकर शंभू बॉर्डर पर दिए जा रहे धरने में शामिल होने के लिए मृतक किसान रेशम सिंह 6 जनवरी काे अपने गांव से रवाना हुआ था। रेशम के साथ पांच अन्य किसान भी थे और वह इससे पूर्व भी दिल्ली आंदोलन में शामिल होता रहा है। रेशम सिंह की पत्नी दविंदर कौर व बेटे इंद्रजीत सिंह को उनकी माैत के बारे में सूचित कर दिया गया है।

इस बीच खनाैरी बॉर्डर पर भी आज सुबह करीब 11 बजे गीजर फटने से एक किसान झुलस गया। झुलसे किसान को पटियाला जिला के समाना अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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