
अमेठी । न्यायालय के आदेश पर 2 वर्ष पुराने मामले में पुलिस अधीक्षक अमेठी के कंप्यूटर चालक, अमेठी पुलिस के सर्विलेंस सेल में कार्यरत पांच पुलिसकर्मी और छीनैती तथा लूट में शामिल दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। यह मुकदमा अमेठी जनपद मुख्यालय स्थित गौरीगंज कोतवाली में 4 मई की देर रात लगभग सवा 11 बजे दर्ज हुआ है।
अमेठी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पूरे आसरे तिवारी मजरे बसायकपुर के रहने वाले अंजनी कुमार यादव गौरीगंज स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय के ठीक सामने आशुतोष मेडिकल स्टोर पर काम करते हैं। 19 अप्रैल 2023 की रात लगभग 11 बजे अंजनी मोटर साइकिल से अपने घर जा रहे थे। रास्ते में गौरीगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गुडुर में घात लगाकर बैठे दो अज्ञात व्यक्तियों ने जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में अंजनी को हमलावरों ने बहुत मारा पीटा।
मारपीट करने के बाद जाते-जाते हमलावरों ने अंजनी का मोबाइल फोन और 6000 रुपये छीन ले गए थे। इसके बाद डायल 112 की टीम ने पीड़ित को जिला अस्पताल इलाज के लिए ले गयी। वहीं पर उसका मेडिकल भी हुआ। ठीक होने के उपरांत पीड़ित ने थाने में लिखित तहरीर दी लेकिन मुकदमा नहीं पंजीकृत किया गया। इसके बाद आईजीआरएस के माध्यम से और स्वयं पुलिस अधीक्षक के सामने उपस्थित होकर शिकायती पत्र दिया। उसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई।

सितंबर 2023 में एक पुलिसकर्मी के द्वारा पीड़ित का लूटा हुआ मोबाइल फोन बगैर सिम के वापस किया गया था। इसके बावजूद लूट की घटना को अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। इस घटना में सर्विलांस टीम के पांच पुलिसकर्मियों सहित पुलिस अधीक्षक के कंप्यूटर चालक अनुज कुमार शुक्ला के लुटेरों से मिले होने का संदेह हुआ। इसके बाद पीड़ित अपनी समस्या लेकर दिवानी न्यायालय सुलतानपुर चला गया। जहां से न्यायालय ने सुनवाई करते हुए 156/3 के तहत इस घटना में शामिल सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने का आदेश दिया।
सोमवार को जिले के अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि घटना 2 वर्ष पुरानी है। न्यायालय के द्वारा जारी आदेश के अनुपालन में रविवार की देर रात मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इंस्पेक्टर शिवाश्रय राम इसके विवेचक हैं। निष्पक्ष तरीके से विवेचना की जाएगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।