अंबाला: शहर में विकास कार्यों की गति पर लगा ब्रेक, बढ़ रही शहर की समस्याएं

अंबाला , शहर में विकास कार्यों की गति पर ब्रेक लगा हुआ है। विधानसभा चुनाव के बाद शहर में कोई नया प्रोजेक्ट शुरू नहीं हुआ है। जो प्रोजेक्ट पहले से चल रहे हैं, उनकी गति भी धीमी है। मेयर शक्तिरानी शर्मा के विधायक बनने के बाद मेयर का पद रिक्त हो गया है। इस वजह से कई महीनों से निगम हाउस की बैठक भी नहीं हुई है।

अब शहर में न तो सड़क बनने का कार्य हो रहा है और न ही कोई नया प्रोजेक्ट शहर को मिला है। इसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नायब सिंह के शहर में बड़े प्रोजेक्ट देने की भी चर्चा है, इसको लेकर तैयारी चल रही है।

शहर की समस्याएं, लोगों की बढ़ रही परेशानी
 नगर निगम के क्षेत्र में बनाए गए कई सामुदायिक भवन की हालत खराब है। सबसे ज्यादा सेक्टर-1, 7, 8, 9, 10 के सामुदायिक भवन में दिक्कत है। यहां निगम कर्मचारी कूड़ा गिरा रहे हैं। कई बार इस बारे में अधिकारी सुधार का दावा कर चुके हैं। इनकी अब भी पहले जैसी स्थिति है।

निगम में एक वर्ष पूर्व करीब 27 हजार नई स्ट्रीट लाइट आई थी। निगम इन स्ट्रीट लाइट की वैधता भी बढ़वा चुका है। अभी तक लाइट को लगाने के लिए टेंडर नहीं हो सका। यह मुद्दा कई बार चर्चा में आया। फिर ठंडे बस्ते में चला गया। इन लाइट में करीब 15 हजार स्ट्रीट लाइट निगम के अंतर्गत आने वाले गांवों में लगाई जानी है। साथ ही नए खंभे भी लगने हैं।
बारिश के बाद शहर की ज्यादा सड़कें टूटी हुई हैं। सेक्टरों में भी सड़कें टूटी पड़ी हैं। शहर के अंदर इंटरलॉकिंग से कॉलोनियों में व मुख्य कई सड़कें भी टूटी चुकी हैं। यह सड़कें कई जगहों से धंस चुकी हैं, अभी तक इन सड़कों को बनाने के लिए वर्कऑर्डर जारी नहीं हो सका।
सफाई : निगम आयुक्त ने पदभार संभालने के बाद शहर में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया था। अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। सुबह व शाम कई जगहों पर कूड़े के ढेर देखे जा सकते हैं।

 बेसहारा गोवंश

नगर निगम डंगडेहरी में गोशाला व नंदीशाला बनाने के लिए जगह देख चुका है। अभी तक यह योजना धरातल पर नहीं आई। इससे बेसहारा गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं। कोहरे में सड़क हादसे होने का डर है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें