
अंबाला, हरियाणा : हरियाणा के अंबाला जिले के शहजादपुर क्षेत्र में पुलिस और एक्साइज विभाग ने मिलकर एक बड़े नकली शराब रैकेट का पर्दाफाश किया है। मुख्यमंत्री के गृह जिले में संचालित इस अवैध फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली शराब, स्पिरिट, बोतलों के ढक्कन, फर्जी लेबल और पैकिंग सामग्री जब्त की गई है। फैक्ट्री में काम कर रहे कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई, आधी रात को हुई छापेमारी
शहजादपुर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि क्षेत्र में अवैध रूप से नकली देसी शराब बनाई जा रही है और उसे हरियाणा व पंजाब में सप्लाई किया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रात के समय छापा मारा और मौके से कई युवकों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, ये युवक नकली ब्रांड के लेबल लगाकर शराब की बोतलों को पैक कर रहे थे।
एक्साइज विभाग की बड़ी भूमिका
छापेमारी की सूचना मिलते ही डिप्टी एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर कृष्ण कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और फैक्ट्री का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया,
“फैक्ट्री में बड़े स्तर पर नकली शराब का उत्पादन हो रहा था। यहां से स्पिरिट, ढक्कन, लेबल और तैयार बोतलों की बड़ी खेप बरामद की गई है।”
साथ ही, सैंपलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ताकि यह जांचा जा सके कि शराब में कोई जहरीला या घातक रसायन तो नहीं मिलाया गया।
यमुनानगर जैसी घटना को टालने में मिली सफलता
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि समय रहते इस फैक्ट्री का भंडाफोड़ होना एक बड़ी त्रासदी को टालने जैसा है। उल्लेखनीय है कि 2024 में यमुनानगर में नकली शराब पीने से कई लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद से पूरे राज्य में एक्साइज विभाग सतर्क हो गया है।
आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी
शहजादपुर थाने के एसएचओ जितेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि फैक्ट्री में काम कर रहे आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस फैक्ट्री के मालिक और सप्लाई चेन से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।
उन्होंने कहा,
“यह पता लगाया जा रहा है कि यह नेटवर्क कितने बड़े स्तर पर फैला हुआ था और अब तक कितनी नकली शराब बाजार में पहुंच चुकी है। दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
फैक्ट्री सील, जांच जारी
एक्साइज विभाग ने फैक्ट्री को पूरी तरह सील कर दिया है और सभी जब्त सामग्री को रिकॉर्ड में लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि इस शराब में कोई खतरनाक रसायन पाया गया, तो आरोपियों पर हत्या के प्रयास या गैर इरादतन हत्या जैसे गंभीर धाराओं में मामला दर्ज हो सकता है।










