
ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अमेजन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित वियरेबल डिवाइस बनाने वाले स्टार्टअप बी (Bee) का अधिग्रहण कर लिया है। बी की सह-संस्थापक मारिया डी लूर्डेस जोलो ने इसकी जानकारी लिंक्डइन पोस्ट के ज़रिए दी है। हालांकि, टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, अमेजन ने इस सौदे की पुष्टि की है, लेकिन यह स्पष्ट किया कि अधिग्रहण की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है।
वियरेबल मार्केट में अमेजन की एंट्री
इस अधिग्रहण से अमेजन को AI-आधारित पहनने योग्य डिवाइस के बाजार में अपनी मौजूदगी मजबूत करने का मौका मिलेगा। जहां अमेजन के स्मार्ट स्पीकर पहले से ही कई घरों में उपयोग हो रहे हैं, वहीं “बी” का AI ब्रेसलेट एक नया और पर्सनल अनुभव देगा, जो चलते-फिरते यूजर के साथ रहेगा।
अमेजन ने बी के कुछ कर्मचारियों को अपनी टीम में शामिल करने का प्रस्ताव भी दिया है। बी के प्रोडक्ट्स किफायती होने के कारण उन ग्राहकों को आकर्षित कर सकते हैं जो AI डिवाइस पर ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते।
क्या करता है Bee का ब्रेसलेट?
बी एक स्टैंडअलोन AI ब्रेसलेट और ऐप बनाता है जो बातचीत सुनकर यूजर के लिए रिमाइंडर सेट करने, टू-डू लिस्ट बनाने और अन्य सहायक कार्यों को अंजाम देता है। यह डिवाइस यूजर्स की आवाज़ों को पहचानकर उनके दिनचर्या को आसान बनाने का काम करता है।
गोपनीयता पर उठे सवाल
बी की गोपनीयता नीति काफी चर्चा में है। कंपनी का दावा है कि उसका डिवाइस हर बातचीत को रिकॉर्ड करता है, जब तक कि यूजर म्यूट का विकल्प न चुनें। हालांकि, वह यह भी कहती है कि रिकॉर्ड की गई ऑडियो को सेव नहीं किया जाता और न ही AI ट्रेनिंग के लिए इसका इस्तेमाल होता है। यूजर जब चाहें, अपना डेटा डिलीट कर सकते हैं।
कंपनी एक ऐसे फीचर पर भी काम कर रही है, जिससे यूजर विषय या स्थान के आधार पर रिकॉर्डिंग को सीमित कर सकें।
अमेजन की प्राइवेसी हिस्ट्री पर सवाल
अब बड़ा सवाल यह है कि अमेजन के साथ जुड़ने के बाद बी की गोपनीयता नीति में बदलाव होगा या नहीं। अमेजन पहले भी कई बार डेटा प्राइवेसी को लेकर विवादों में रहा है। उदाहरण के तौर पर, कंपनी ने बिना अनुमति के पुलिस को Ring कैमरा फुटेज सौंपे थे। 2023 में अमेजन को यह स्वीकार करना पड़ा था कि उसके कर्मचारियों को ग्राहकों के वीडियो तक व्यापक पहुंच थी।
अब सबकी नजर इस बात पर है कि अमेजन Bee के डिवाइस और उससे जुड़े यूजर डेटा को किस तरह से संभालेगा। यह सौदा तकनीकी नवाचार के साथ-साथ प्राइवेसी को लेकर भी एक नई बहस की शुरुआत कर सकता है।