अज़ब गज़ब: 5 साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद, महिला ने एक साथ 4 बच्चों को दिया जन्म

अज़ब गज़ब। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक महिला ने पहली बार एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है, जिनमें तीन बेटियां और एक बेटा शामिल हैं। ये बच्चे एक निजी अस्पताल में जन्मे हैं। महिला और उसके पति की शादी चार साल पहले हुई थी, और वे लंबे समय से संतान सुख की प्रतीक्षा कर रहे थे, जो अब पूरी हो गई है। महिला ने पहले तीन बेटियों को जन्म दिया, और चौथे बच्चे के रूप में बेटे का जन्म हुआ। हालांकि, समय से पहले प्रसव होने के कारण सभी बच्चों का वजन कम है, जिसे डाक्टरों की भाषा में “लो-बर्थ वेट बेबी” कहा जाता है।

अस्पताल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन, डॉ. रोशन उपाध्याय ने बताया कि इस तरह के प्रसव को जुड़वां (ट्विंस), तीन बच्चों को जन्म देने को ट्रिप्लेट्स, और चार बच्चों के जन्म को क्वाड्रूप्लेट्स कहा जाता है। धमतरी की इस महिला ने क्वाड्रूप्लेट्स से चार बच्चों को जन्म दिया है, जो एक दुर्लभ घटना है। सामान्यत: इस तरह का प्रसव 3 से 5 लाख डिलीवरी में एक बार ही होता है।

खुशी की बात यह है कि चारों बच्चे और मां दोनों स्वस्थ हैं। बच्चों का जन्म 15 मार्च को हुआ था, और मां को हाई बीपी और हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के कारण नगरी से धमतरी रेफर किया गया था। सोनोग्राफी के माध्यम से पहले ही परिवार को चार बच्चों के बारे में सूचित कर दिया गया था, और ऑपरेशन के जरिए प्रसव कराया गया। बच्चों का वजन क्रमश: 1.500 किग्रा, 1.300 किग्रा, 1.100 किग्रा और 900 ग्राम था।

बच्चों के पिता ने इस मौके पर कहा कि वह मजदूरी करते हैं और परिवार में कमाने वाला कोई और सदस्य नहीं है। परिवार में कई वर्षों से बच्चों की कामना थी, और पिछले पांच सालों से वे कोशिश कर रहे थे, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। अब एक साथ चार बच्चों के जन्म से उन्हें खुशी तो है, लेकिन साथ ही पालन-पोषण को लेकर चिंता भी है। उनका कहना है कि अगर एक बच्चा होता तो पालन-पोषण आसान होता, लेकिन चार बच्चों को पालना चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने सरकार से सहायता की अपील की है। परिवार के सदस्य भी बहुत खुश हैं और सभी बच्चे और मां को देखने अस्पताल आ रहे हैं।

डॉ. रोशन उपाध्याय ने बताया कि ट्रिप्लेट्स और क्वाड्रूप्लेट्स के मामले चार प्रमुख कारणों से होते हैं: पहला, एक से अधिक अंडाणु का निषेचन होना, दूसरा, एक निषेचित अंडाणु का अंदर से कई भागों में बंट जाना, तीसरा, परखनली शिशु के माध्यम से दो या तीन बच्चों का जन्म, और चौथा, देर से विवाह और देर से गर्भवती होना।

केरल के मलप्पपुरम जिले में स्थित कोडिन्ही गांव को “ट्विन टाउन” के नाम से जाना जाता है, जहां हर घर में जुड़वा बच्चों का जन्म होना एक सामान्य घटना है। इसके अलावा, इंडियाना, अमेरिका में एक महिला ने एक साथ 11 बच्चों को जन्म देने का रिकॉर्ड बनाया है। वहीं, मोरक्को की एक महिला ने 10 बच्चों को जन्म दिया, जिनमें 7 लड़के और 3 लड़कियां थीं।

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