अखिलेश यादव का योगी सरकार पर तंज : कहा – यूपी में कानून-व्यवस्था हो रही ध्वस्त

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। लोग आवारा पशुओं और भेड़ियों के हमलों में मर रहे हैं, लेकिन सरकार मदद करने के बजाय चुप्पी साधे बैठी है।

अखिलेश ने कहा, “हमारे पास ऐसे लोगों की सूची है जो आवारा पशुओं और भेड़ियों के हमले में मारे गए हैं। सरकार के पास इससे बड़ी सूची होगी, लेकिन वह इन परिवारों के लिए कुछ नहीं कर रही।”
उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्होंने सैतवार और मल समाज के लोगों से मुलाकात की है, जिन्होंने गरीबों और मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया है। अखिलेश ने घोषणा की कि केदारनाथ सैतवार की प्रतिमा उनकी सरकार बनने पर गोमती रिवरफ्रंट पर स्थापित की जाएगी।

गोमती नदी की सफाई को लेकर अखिलेश ने कहा कि “सरकार नदी नहीं, बजट साफ कर रही है। गोमती लगातार गंदी होती जा रही है। हमने वरुणा नदी की सफाई का जो मॉडल बनाया था, वही दोबारा लागू करना पड़ेगा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार “योजनाओं के नाम पर लूट के तरीके” अपना रही है।

सोने की कीमतों पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश बोले, “मेरे साथी ने कहा था सोना खरीद लो, मैंने नहीं खरीदा। अब सोना 1.30 लाख पहुंच गया है और दीपावली तक 1.50 लाख हो जाएगा। गरीब अपनी बेटी की शादी में नाक की कील तक नहीं दे पा रहा।”

उन्होंने कहा कि “सरकार देशवासियों को स्वदेशी का चूरन खिला रही है, जबकि चीन से आने वाले माल पर अमेरिका की तरह टैरिफ लगाना चाहिए।”
कृषि पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “सरकार डिजिटल एग्रीकल्चर इको सिस्टम की बात करती है, लेकिन किसानों को खाद नहीं मिल रही, गन्ने का दाम नहीं बढ़ा, फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा।”

कानून-व्यवस्था पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा, “बीजेपी के पास कोई मॉडल नहीं है। जो एनकाउंटर की बात करते हैं, उनसे पूछिए कि अगर सब ठीक है तो घटनाएं क्यों बढ़ रही हैं? कानपुर में 100 से ज्यादा शिकायतें हैं, वहां बुलडोजर क्यों नहीं चला?”

उन्होंने कहा कि “ASP से जुड़े मामले में जातीय भेदभाव और दबाव डाला गया है। सरकार जांच के नाम पर बुर्का पहनी महिलाओं को निशाना बना रही है। चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली भी बेहद चिंताजनक है।”

भेड़ियों के बढ़ते हमलों पर उन्होंने कहा, “सरकार सिर्फ गाय की पूजा और सांडों के सम्मान की बात करती है, लेकिन सांडों के आतंक से जनता परेशान है। समाजवादी सरकार बनने पर प्रदेश को सांडों से मुक्त किया जाएगा।”

एनकाउंटर पॉलिसी पर तंज कसते हुए अखिलेश बोले, “सरकार डराने के लिए आंकड़े जारी करती है। अगर सब सही है तो अखिलेश दुबे का एनकाउंटर क्यों नहीं हुआ? जनता को भयभीत करने की कोशिश की जा रही है।”

एमएलसी चुनावों पर उन्होंने कहा, “कांग्रेस और सपा में कोई मतभेद नहीं है। इंडी गठबंधन मजबूत है। शिक्षक और स्नातक चुनाव संगठनात्मक होते हैं, इनमें कई संगठन मिलकर लड़ते हैं।”

अखिलेश ने अंत में कहा कि “सरकार दावा करती है कि कोई विद्यालय बंद नहीं हुआ, लेकिन हकीकत में कई स्कूल बंद पड़े हैं। RSS को इस समय ‘बंदी वर्ष’ मनाना चाहिए, क्योंकि केरल में जो हुआ वह बेहद चिंता का विषय है।”

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