
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित फिल्म “अजेय – द अनटोल्ड स्टोरी” जल्द ही दर्शकों के सामने आने वाली है। इस बायोपिक का निर्देशन रविंद्र गौतम ने किया है और इसमें अनंत जोशी ने योगी आदित्यनाथ की भूमिका निभाई है। फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है और फिलहाल पोस्ट-प्रोडक्शन का काम चल रहा है। हाल ही में निर्देशक रविंद्र गौतम ने फिल्म की कास्टिंग, तैयारी और शूटिंग अनुभव को लेकर विस्तार से बातचीत की।
प्रश्न: योगी आदित्यनाथ के किरदार के लिए अनंत जोशी का चयन कैसे हुआ?
उत्तर:
हम ऐसे अभिनेता की तलाश में थे जो न केवल एक अच्छा कलाकार हो, बल्कि उसके चेहरे पर एक स्वाभाविक मासूमियत भी हो। योगी जी की शख्सियत में एक विशेष सरलता और विनम्रता है, जो उनकी बातचीत और आचरण में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। हमें एक ऐसा चेहरा चाहिए था जो एक खाली कैनवास की तरह हो—जिस पर हम योगी जी की छवि को बिना किसी पूर्व छवि या प्रसिद्धि के दिखा सकें।
हमने कई कलाकारों का ऑडिशन लिया, लेकिन अंततः अनंत जोशी का चयन इसलिए किया क्योंकि उनके चेहरे पर वह सहज मासूमियत थी जो हमें चाहिए थी। साथ ही, वे किसी बड़े स्टारडम से नहीं जुड़े हुए थे, जिससे दर्शकों को किरदार से जुड़ने में आसानी होगी। योगी जी की तरह ही अनंत का पर्वतीय क्षेत्र से जुड़ाव और किरदार के प्रति उनकी निष्ठा ने हमें आश्वस्त किया कि वे इस चुनौतीपूर्ण भूमिका को निभा सकते हैं।
प्रश्न: फिल्म की तैयारी के लिए किन स्रोतों और तरीकों का सहारा लिया गया?
उत्तर:
फिल्म की तैयारी में सबसे बड़ी मदद हमें शांतनु गुप्ता द्वारा लिखी गई किताब “द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर” से मिली। इस पुस्तक में योगी जी के जीवन और राजनीतिक सफर की गहराई से जानकारी दी गई है। हमने न केवल किताब का अध्ययन किया, बल्कि उनके पुराने वीडियो, भाषण और इंटरव्यू भी देखे।
अनंत जोशी ने भी अपने जीवनशैली में कई बदलाव किए—जैसे सुबह 4 बजे उठना, ध्यान लगाना और पूजा-पाठ करना—ताकि वह योगी जी के किरदार में पूरी तरह से उतर सकें। वर्कशॉप्स आयोजित की गईं, जिनमें उन्होंने योगी जी की सोच, हावभाव और जीवन के मूल्यों को समझने की कोशिश की।
प्रश्न: फिल्म की कहानी किन पहलुओं पर केंद्रित है?
उत्तर:
यह फिल्म योगी आदित्यनाथ जी की जीवन यात्रा को दर्शाती है—एक छोटे से गांव से निकलकर देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री बनने तक का प्रेरणादायक सफर। हम उनकी कहानी को इस तरह पेश करना चाहते थे कि आज की युवा पीढ़ी उससे जुड़ सके और प्रेरणा ले सके।
यह सिर्फ एक बायोपिक नहीं है, बल्कि उनके जीवन की अनकही और कम जानी-पहचानी घटनाओं पर भी रोशनी डालती है, जो अब तक पर्दे के पीछे थीं। उनकी आध्यात्मिकता, शिक्षा, साधु जीवन, और राजनीति में आने के पीछे की सोच—यह सब फिल्म में दिखाया गया है।
प्रश्न: क्या फिल्म की शूटिंग के दौरान योगी आदित्यनाथ से बातचीत हुई?
उत्तर:
हाँ, योगी जी से हमारी कुछ सीमित मुलाकातें हुईं। वो बेहद सरल और स्पष्ट स्वभाव के व्यक्ति हैं। उनकी सादगी ने हम सभी को गहराई से प्रभावित किया। उन्होंने सीधे तौर पर स्क्रिप्ट या कहानी में हस्तक्षेप नहीं किया, लेकिन उनसे बातचीत करके उनके व्यक्तित्व की गहराई को समझने में काफी मदद मिली।
हमने किरदार की बाहरी छवि की नकल करने के बजाय, उनके भीतर के व्यक्तित्व को पकड़ने की कोशिश की। अनंत ने स्वयं अपना सिर मुंडवाया और किरदार में पूरी तरह से डूब गए।
प्रश्न: शूटिंग के दौरान क्या कोई खास चुनौती सामने आई?
उत्तर:
सौभाग्यवश, हमें शूटिंग के दौरान कोई बड़ी बाधा नहीं आई। अधिकतर शूटिंग लखनऊ में हुई, जो मेरा होम टाउन है। उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन से हमें पूरा सहयोग मिला। योगी जी के नेतृत्व में राज्य ने फिल्म निर्माण को लेकर जो नीतियां अपनाई हैं, उनका सकारात्मक असर हमें शूटिंग के दौरान महसूस हुआ।
प्रश्न: फिल्म में दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ को क्यों कास्ट किया गया?
उत्तर:
फिल्म की कहानी गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश की पृष्ठभूमि पर आधारित है। हमें ऐसे कलाकारों की जरूरत थी जो इस क्षेत्र की भाषा, संस्कृति और भावनाओं को सही तरीके से पर्दे पर ला सकें। दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ इस भूमिका के लिए एकदम उपयुक्त थे। उनकी पकड़ भोजपुरी भाषा और उस क्षेत्र की जनभावनाओं पर बेहद मजबूत है।
प्रश्न: ‘महारानी 2’ के बाद आपने इसके अगले सीजन्स में काम क्यों नहीं किया?
उत्तर:
‘महारानी 2’ के बाद डेट्स को लेकर कुछ समस्याएं थीं, जिसकी वजह से मैं सीजन 3 और 4 से नहीं जुड़ पाया। फिलहाल मैं कुछ नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा हूँ, जिनकी घोषणा जल्द ही की जाएगी।
प्रश्न: फिल्म “अजेय – द अनटोल्ड स्टोरी” कब रिलीज हो रही है, और दर्शकों से क्या उम्मीदें हैं?
उत्तर:
फिल्म फिलहाल पोस्ट-प्रोडक्शन के अंतिम चरण में है। हम जल्द ही इसकी रिलीज डेट घोषित करेंगे। उम्मीद है कि यह फिल्म साल के अंत या अगले साल की शुरुआत में रिलीज होगी।
हम दर्शकों से उम्मीद करते हैं कि वे इस फिल्म को एक प्रेरणादायक कहानी के रूप में देखें। यह सिर्फ योगी आदित्यनाथ की जीवनी नहीं, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति की यात्रा है जिसने अपने विचार, मेहनत और साधना के बल पर साधारण से असाधारण बनने का सफर तय किया।