
अज़ब गज़ब। अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने वाले 57 वर्षीय टिम फ्राइड (Tim Friede) ने ऐसा अज़ब गज़ब कारनामा कर दिखाया है, जो दुनिया भर के वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए एक बड़ी उम्मीद बन गया है। उनके खून में ऐसे एंटीबॉडी पाए गए हैं, जो 19 अलग-अलग प्रकार के बेहद ज़हरीले साँपों के ज़हर का असर खत्म करने में सक्षम हैं। वैज्ञानिकों ने उन्हीं की मदद से एक ऐसा एंटीवेनम तैयार किया है, जो जानलेवा सर्पदंश के बाद भी लोगों की जान बचा सकता है।
चौंकाने वाली बात यह है कि टिम फ्राइड ने यह क्षमता कोई जन्मजात नहीं पाई, बल्कि उन्होंने खुद को करीब 20 वर्षों तक जानबूझकर 200 से ज़्यादा ज़हरीले साँपों से कटवाया और उनके ज़हर को अपने शरीर में इंजेक्ट किया। 2001 में इस अनोखे मिशन की शुरुआत हुई, जब टिम ने यह ठान लिया कि वे खुद को साँपों के ज़हर से सुरक्षित रखने का तरीका ढूंढकर रहेंगे।
टिम के इस जुनून ने वैज्ञानिकों का भी ध्यान खींचा। 2017 में इम्यूनोलॉजिस्ट जैकब ग्लैन्बिल (Jacob Glanville) को टिम की कहानी के बारे में पता चला। जैकब ने टिम से उनका ब्लड सैंपल मांगा और टिम ने तुरंत हामी भर दी। आठ साल की मेहनत के बाद अब वैज्ञानिकों ने ऐलान किया है कि टिम के खून से ऐसा एंटीवेनम विकसित किया गया है, जो दुनिया के 19 सबसे ज़हरीले साँपों के काटने के बाद भी प्रभावी हो सकता है।
हालांकि अभी इस एंटीवेनम का इंसानों पर ट्रायल बाकी है, लेकिन वैज्ञानिकों का दावा है कि यह पारंपरिक एंटीवेनम से कहीं अधिक प्रभावशाली साबित हो सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, हर साल लाखों लोग साँप के काटने का शिकार होते हैं, जिनमें से हजारों की मौत हो जाती है और कई लोग हमेशा के लिए विकलांग हो जाते हैं। ऐसे में टिम फ्राइड की यह कोशिश पूरी मानवता के लिए एक बड़ी राहत बन सकती है।