
नई दिल्ली : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI के बढ़ते प्रभाव ने वैश्विक स्तर पर रोजगार को लेकर चिंता बढ़ा दी है। बड़ी संख्या में लोग इस डर में जी रहे हैं कि कहीं तकनीक उनकी नौकरी न छीन ले। लेकिन इसी बीच टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की एक ताज़ा रिपोर्ट ने राहत भरी उम्मीद जगाई है।
माइक्रोसॉफ्ट के एक्सपर्ट्स का मानना है कि भले ही तकनीक कितनी भी उन्नत हो जाए, कुछ पेशे ऐसे हैं जिन्हें पूरी तरह से ऑटोमेट करना संभव नहीं है। ये वे क्षेत्र हैं जहां इंसानी भावनाएं, रचनात्मकता और सामाजिक समझ सबसे ज्यादा मायने रखती हैं और यही वह चीज़ें हैं जो आज भी किसी भी AI सिस्टम की पहुंच से दूर हैं।
इन नौकरियों को नहीं छू पाएगा AI
माइक्रोसॉफ्ट की रिपोर्ट में 40 ऐसे प्रोफेशन की सूची दी गई है जो आने वाले वर्षों में भी AI से काफी हद तक सुरक्षित माने जा रहे हैं। इनमें शिक्षक, मनोवैज्ञानिक, सामाजिक कार्यकर्ता, नर्स, आर्टिस्ट, थेरेपिस्ट और काउंसलर जैसे मानवीय संवेदनाओं पर आधारित कार्य शामिल हैं।
इन पेशों में सिर्फ तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि गहरी इंसानी समझ, सहानुभूति और संवाद की क्षमता भी जरूरी होती है, जो फिलहाल किसी भी आर्टिफिशियल सिस्टम में नहीं डाली जा सकी है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन क्षेत्रों में AI टूल्स सहायक की भूमिका निभा सकते हैं, लेकिन इंसानों की जगह नहीं ले सकते।
AI से सबसे कम प्रभावित ये 40 नौकरियां
माइक्रोसॉफ्ट की रिसर्च में जिन 40 जॉब्स को AI की पहुंच से फिलहाल दूर माना गया है, उनकी सूची इस प्रकार है:
शिक्षक
सामाजिक कार्यकर्ता
मनोवैज्ञानिक
नर्स
थेरेपिस्ट
काउंसलर
आर्टिस्ट
ड्रेज ऑपरेटर
वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट ऑपरेटर
फाउंड्री मोल्ड और कोर मेकर
रेल ट्रैक रखरखाव ऑपरेटर
पाइल ड्राइविंग ऑपरेटर
हाउसकीपिंग स्टाफमसाज थेरेपिस्ट
मेडिकल असिस्टेंट
ऑप्थाल्मिक टेक्नीशियन
सर्जिकल असिस्टेंट
फायरफाइटर सुपरवाइज़र
सीमेंट मेसन
डिशवॉशर
पैकेजिंग मशीन ऑपरेटर
हाइवे मेन्टेनेन्स वर्कर
रूफर्स
गैस पंप ऑपरेटर
नर्सिंग असिस्टेंट
फ्लेबोटोमिस्ट
प्रोडक्शन वर्कर हेल्पर
टायर बिल्डर
शिप इंजीनियर
मेडिकल इक्विपमेंट असेंबलर
ओरल सर्जन
मैक्सिलोफेशियल सर्जन
प्लांट सिस्टम ऑपरेटर
खतरनाक सामग्री हटाने वाले कर्मचारी
पेंटर और प्लास्टरर हेल्पर
ऑटोमोटिव ग्लास रिपेयरर
एंबाल्मर्स
मशीन फीडर
लॉगिंग इक्विपमेंट ऑपरेटर
मोटरबोट ऑपरेटर
AI सपोर्ट सिस्टम है, विकल्प नहीं
माइक्रोसॉफ्ट का साफ कहना है कि भविष्य में भी इंसानी क्षमताओं की जरूरत बनी रहेगी। रिपोर्ट यह संकेत देती है कि AI को लेकर डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि ज़रूरी है कि लोग अपनी क्रिएटिव सोच, इमोशनल इंटेलिजेंस और सोशल स्किल्स को और मज़बूत बनाएं। यही स्किल्स उन्हें AI के दौर में भी प्रासंगिक बनाए रखेंगी।
हालांकि रिपोर्ट यह भी चेतावनी देती है कि AI के टूल्स भविष्य में इन क्षेत्रों में भी घुसपैठ की कोशिश करेंगे, लेकिन तब भी इंसानों की अहमियत बनी रहेगी।