
- 51 जोड़ों के हुए बौद्ध रीति से सामूहिक विवाह
- डॉ. भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों को आत्मसात करने का लिया संकल्प
आगरा। डॉ. भीमराव आम्बेडकर की 134 वीं जयंती पर आवास विकास कॉलोनी में सजी भीमनगरी में डॉ. आम्बेडकर के अनुयाइयों का उत्साह देखते ही बना चहुंओर बाबा साहेब के नारे गूंज रहे थे। मंच से वक्ता संबिधान शिल्पी द्वारा कही गई बातों को दोहराते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने के लिए लोगों को प्रेरणा दे रहे थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भीमनगरी के मंच पर आता देख पूरा कार्यक्रम स्थल नमो बुद्धाय और जय भीम के जयघोष से गूंज उठा। बौद्ध वंदना करते ही मुख्यमंत्री ने नागपुर के दीक्षा भूमि भवन का विधिवत उद्द्घाटन किया। स्वागत गीत के माध्यम से कमला अरुण स्कूल के बच्चों ने प्रस्तुति दी।

समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण ने मंच से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सरकार के द्वारा दलित समाज के लिए किए कार्यों की जानकारी दी।
प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि बाबा साहब के तीन तीन सूत्र शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो को अपने जीवन में उतारे। राजनीति से पुराने ताले खुलते है पर शिक्षा से जंग लगे हुए ताले लगे खुलते है। बाबा साहब का कहना था शिक्षा वो शेरनी का दूध है जो पियेगा वो दहाड़ेगा।
मंच भीमनगरी में मुख्य अतिथि योगी आदित्यनाथ ने संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने संबोधित करते हुए कहा कि 1956 से अपने पूर्वजों के दर्शन को जीवंत आगरा में कर रखा है। विपरीत परिस्थिति में सामाजिक भेदभाव का सामना करते हुए भी जीरो से शिखर की प्रेरणा दी। संघर्ष से पला आदमी ही सिद्धि प्राप्त करता है। बाबा साहब ने दलितों और वंचितों को प्रेरणा दी। यह भारत देश संविधान शिल्पी के रूप स्मृति करता है। भारत के संविधान को लागू हुए 75 वर्ष होने के नाते मुझे यहां आने का सौभाग्य मिला है। भारत रत्न 18 मार्च 1956 में आगरा आए तो यहां के लोगों को संघर्ष का रास्ता सौंपा। बाबा साहब के संदेश में कहा कि संगठित रहो, संघर्ष करो और अपने हक के लिए लड़ो पर अंधभक्त बनकर नहीं। जो आदमी संविधान का अपमान करता है वो बाबा साहब की अवमानना कर रहा है। बाबा साहब ने प्रत्येक भारतीय को मताधिकार का अधिकार दिलाया और इसी कारण भारत विश्व में सबसे बड़ा लोकतंत्र स्थापित कर पाया। मुख्यमंत्री ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के सिद्धांतों को अपनाने का आवाहन किया। अंत में योगी ने कहा कि ये भारत बाबा साहब के संविधान से चलेगा। ये सुनते ही आंबेडकर अनुयाइयों जय भीम के जय घोष करने लगे।

संरक्षक करतार सिंह भारतीय ने कहा कि मेट्रो स्टेशन का नाम बाबा साहब के नाम पर किया उसके लिए आभार व्यक्त करते है और आगरा में बड़े स्तर के आंबेडकर भवन का निर्माण कराए ताकि समाज के सांस्कृतिक कार्यक्रम निरंतर होते रहे। संचालन ऋषि कुमार ने किया। आज भीमनगरी में दहेज़ रहित 51 जोड़ो के विवाह समारोह किये जायेंगे।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर केंद्रीय समिति के संरक्षक करतार सिंह भारतीय, डॉ. जीएस धर्मेश, अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनी, महासचिव श्याम जरारी, संरक्षक डॉ. रामजीलाल, अध्यक्ष विजय सिंह कर्दम, महासचिव ई. महेश चंद्र, कोषाध्यक्ष आर एन सिंह, उपाध्यक्ष हाकिम सिंह, जेपी सिंह, ई. गंगा सिंह, रमेश चंद्र, अजेंद्र सिंह सूर्या, शीतल प्रसाद गौतम, प्रकाश चंद्र, गजेंद्र पीपल, अमर सिंह, मलखान सिंह, प्रताप सिंह राना, राजेंद्र टाइटलर, ध्रुव कुमार आदि मौजूद रहे।
ये राजनेता रहे मौजूद
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, केंदीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, समाज कल्याण विभाग मंत्री असीम अरुण, पर्यटन मंत्री जयबीर सिंह, कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य, होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति, सांसद राजकुमार चाहर, राज्यसभा सांसद नवीन जैन, महापौर हेमलता दिवाकर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदौरिया, विधायक पुरूषोतम खंडेलवाल, धर्मपाल सिंह, पुरन प्रकाश, एमएलसी विजय शिवहरे, भाजपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, जिलाध्यक्ष प्रशांत पौनिया आदि।
सर्वधर्म व जाति के पहुंचे लोग
आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-11 के मैदान में आयोजित भीमनगरी में लाखों की संख्या में लोग पहुंचे। संरक्षक डॉ. रामजीलाल ने बताया कि आगरा ही नहीं फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, हाथरस, अलीगढ़ सहित विभिन्न शहरों से अनुयायी पहुंचे हैं। कॉलोनी में निवास कर रहे सर्वधर्म व जाति के लोग नागपुर की दीक्षा भूमि भवन और साँची के स्तूप को देखने पहुंचे। किसी भी तरह की अव्यवस्था नहीं होने दी जा रही थी। काफी तादात में आए लोगों ने भीमनगरी की सजावट देखी और कार्यक्रमों का आनंद लिया।
सुरक्षा व्यवस्था की समुचित व्यवस्था
मुख्यामंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन को देखते हुए भीमनगरी में सुरक्षा व्यवस्था की समुचित व्यवस्था थी। भीमनगरी स्थल पर बड़ी संख्या में समता सैनिक दल और भीम आर्मी के युवा भी व्यवस्था में तैनात रहे। चप्पे-चप्पे पर बहुतायत संख्या में पुलिस बल तैनात था। 112 की गाड़ी लगातार चक्कर लगा रही थी। फायर बिग्रेड मौके पर मौजूद रही।
बाबा साहेब का संघर्ष याद दिलाया
मंच से बाबा साहेब के जीवन के संघर्ष और उनकी शिक्षा के प्रति निष्ठा को दिखाया। डॉ. आम्बेडकर द्वारा दलितों के उत्थान के लिए किए गए संघर्ष की पूरी कहानी चित्रों के माध्यम से दर्शायी गई। वक्ताओं ने कहा की अभावो के बाबजूद डॉ. भीमराव आंबेडकर ने विश्व में अपनी पहचान बनायीं। आयोजन शामिल होने वाले लोग दीक्षा भूमि के स्वरूप और योगी को एकटक देख रहे थे।
मनोरंजन के साधनों का रहा इंतजाम
भीमनगरी में इस बार तमाम प्रकार झूलों, खेल, तमाशे सहित जनता के लिए अन्य मनोरंजक साधनों का के इंतजाम थे। महिलाओं के साथ बच्चों ने झूलों का आनंद लिया। खाने-पीने स्टॉलों पर भी काफी भीड़ नजर आई।