
आगरा। तेज गति से सोडियम चढ़ाने से कोमा में गई मरीज के मामले में पुष्पांजलि हॉस्पिटल के साथ ही कई चिकित्सक और पैथोलॉजी के संचालक के खिलाफ थाना हरीपर्वत पुलिस ने गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। अब पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। गौरतलब है कि सिरसागंज निवासी राजेश कुमार जैन ने अपनी पत्नी को इलाज के लिए देहली गेट स्थित पुष्पांजलि हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। चिकित्सकों ने मरीज को अस्पताल में भर्ती कर जांच के बाद इलाज शुरू किया।
इलाज के दो- तीन दिन बाद ही उनकी पत्नी कोमा में चली गई। कुछ दिन वे अस्पताल में ही इलाज कराते रहे, जब कोई सुधार नहीं दिखा तो वह पत्नी को इलाज के लिए दिल्ली ले गए। वहां पर चिकित्सकों ने पुष्पांजलि में चल रहे इलाज को ग़लत बताते हुए कहा कि उन्हें गलत दवाएं दी गई हैं। जैन के अपनी पत्नी के इलाज में करीब 80 लाख रुपये खर्च हो गए। दिल्ली के चिकित्सकों की रिपोर्ट के बाद पीड़ित राजेश कुमार जैन ने मुख्यमंत्री को शिकायत की।
मुख्यमंत्री के आदेश पर सीएमओ आगरा ने चिकित्सकों की टीम गठित कर जांच कराई। टीम ने इस मामले में जांच के बाद माना कि हॉस्पिटल में अनट्रेंड पैरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों की लापरवाही से मरीज कोमा में पहुंच गई थी। टीम ने इस मामले में हॉस्पीटल को दोषी करार दिया। सीएमओ द्वारा गठित टीम की रिपोर्ट आने के बाद राजेश जैन ने पुलिस कमिश्नर से मुलाक़ात की। पुलिस आयुक्त के निर्देश के बाद थाना हरीपर्वत पुलिस ने हॉस्पिटल और नामज़द चिकित्सकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पीड़ित ने मुकदमे में पुष्पांजलि हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के साथ ही इसके अध्यक्ष वीडी अग्रवाल, हॉस्पिटल के डायरेक्टर, मेडिसन विभाग के डॉ. विश्वदीपक, डॉ. हेमेंद्र अग्रवाल, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. मनीष शर्मा, एनेस्थिसिया विभाग के डॉ. पुनीत मित्तल और डॉ. लाल पैथ लैब्स लिमिटेड को नामज़द किया है। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस कार्रवाई की तैयारी कर रही है।