आतंकी हमले के बाद कश्मीर के टूरिज्म को बड़ा झटका….हिमाचल, उत्तराखंड को हो सकता फायदा

kajal soni

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पूरे कश्मीर में दहशत का माहौैल बन गया है. जिसका सीधा असर पर्यटकों पर दिखाई पड़ रहा है. जहां एक तरफ कश्मीर में खुशहाली आ गई थी वहीं इस आतंकी हमले के बाद आज सड़को पर सन्नटा दिखाई दे रहा है. हंसता खेलता कश्मीर आज आतंक के साए में फिर आ गया। आलम तो ये है कि अब पर्यटक यहां आने से भी कतरा रहें हैं जिसका सीधा असर यहां की टुरिज्म पर पड़ रहा है. यहां तक तो लोग अपनी 4 से 5 महीने की बुकिंग तक कैंसिल कराना शुरू कर चुके हैं , इससे ये जाहिर है कि सीधा असर स्थानीय कश्मीरी लोगों और वहां की अर्थव्यवस्था पर होगा. इसके कारण स्थानीय कारोबारियों और टूरिज्म को बहुत बड़ा नुकसान होगा. इसके कारण होटल उद्योग को भी बड़ा झटका लगा है. लोग होटल कैंसिल तेजी से करा रहे हैं. इस समय कश्मीर में पर्यटन अभी पीक पर है, लेकिन इस हमले के बाद से बहुत तेजी से बुकिंग कैंसिल हो रही है और होटल कारोबार पर बादल छाने शुरू हो गए हैं।

आपको बता दें, जम्मू-कश्मीर की कुल अर्थव्यवस्था में 8 फीसदी हिस्सेदारी अकेले पर्यटन की है. 2024-25 में प्रदेश की जीडीपी 7 फीसदी की तेजी के साथ आगे बढ़ रही थी. जिसमें सबसे तेजी से टूरिज्म सेक्टर की ग्रोथ शामिल थी. वहीं, कश्मीर का पर्यटन उद्योग पिछले साल 2024 में 12 हजार करोड़ रुपए का रहा था जो 2030 तक 25 से 30 हजार रुपए तक पहुंचने का अनुमान है. पिछले साल तो सिर्फ गुलमर्ग से ही 103 करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व मिला था।

क्या इससे हिमाचल और उत्तराखंड को हो सकता फायदा ?

जहां एक तरफ पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले के बाद से पर्यटकों की संख्या यहां कम होने की संभावना है, तो वहीं लोग अब गर्मी की छुट्टियां मनाने हिमाचल या फिर उत्तराखंड़ जा सकते हैं। जिससे यहां के टुरिज्म को लाभ हो सकता है। क्योंकि आतंकी हमले के बाद से अब तक काफी लोग कश्मीर की जो भी बुकिंग थी वो कैंसिल करवा चुके हैं, ऐसे में यही अनुमान लगाया जा सकता है की पर्यटक हिमाचल या भी उत्तराखंड का रुख कर सकते हैं। कहीं न कहीं इससे इन दोनो ही शहरो के टुरिज्म को लाभ मिलने वाला है, कश्मीर की तुलना में यहां टुरिज्म का स्तर बढ़ जाएगा, खैर इस आतंकी हमले का असर अमरनाथ यात्रा पर भी पड़ेगा लेकिन इसका असर केवल अमरनाथ यात्रा तक सीमित नहीं रहेगा। इसके प्रभाव वैष्णो देवी यात्रा पर भी रहेगा।

लेकिन सरकार की ओर से यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि कश्मीर में धार्मिक यात्राएं न तो रुकी हैं और न ही रुकेंगी। सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत किया जाएगा, ताकि श्रद्धालु और पर्यटक दोनों खुद को सुरक्षित महसूस करें और यात्राएं सुचारु रूप से जारी रह सकें।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

आसमान छू रहा श्रीनगर से वापसी का टिकट, टूरिस्ट सर्विस प्रोवाइडर और हाटलों के लिए जारी हुई एडवाइजरी एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पहल को गति देने में जुटे पूर्व छात्र नेता, अभियान को जमीनी स्तर तक ले जाने की तैयारी कानपुर : शुभम द्विवेदी के अंतिम दर्शन को पहुंचे सीएम योगी पहलगाम नरसंहार का बदला, मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के 4 सहयोगी गिरफ्तार शादीशुदा प्रेमिका से मिलने गया युवक संदूक में घुसा, फिर हुई पिटाई