सन्यासी के बाद वैष्णव अखाड़ों में हुई धर्म ध्वज की स्थापना, अब आव्हान के साथ शुरु होंगे अनुष्ठान

प्रयागराज । यहां के त्रिवेणी मार्ग पर स्थित शिविरों में तीन वैष्णव अखाड़ों की धर्म ध्वजा की स्थापना हुई। इन अखाड़ों में श्री पंच निर्मोही अणि अखाड़ा, श्री पंच निर्वाणी अणि अखाड़ा और श्री पंच दिगंबर अणि अखाड़ा शामिल हैं। इन अखाड़ों के धर्म ध्वजा स्थापना समारोह के साथ-साथ चरण पादुका पूजन भी विधिपूर्वक संपन्न हुआ। महाकुंभ के इस आयोजन में विशेष रूप से हनुमान जी की पूजा और उनकी ध्वजा की स्थापना की गई, जो अब इन अखाड़ों में प्रमुख रूप से विराजमान हैं। इन ध्वजाओं की स्थापना के बाद अब अखाड़ों में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और कार्यक्रमों की शुरुआत होगी।

वहीं तीनों वैष्णव अखाड़ों की धर्म ध्वजा स्थापना भी शनिवार को स्थापित हो गई। ध्वज स्थापना के साथ अखाड़ों में भी महाकुंभ के विभिन्न अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। पंच निर्मोही अग्नि अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास के अनुसार चरण पादुका और धर्म ध्वजा स्थापना के बाद अब अखाड़े में सभी तरह के कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाती है। तीनों अखाड़े में ईष्ट देव भगवान हनुमान जी का प्रवेश हो गया है। तीनों अखाड़े के ईष्ट देव हनुमान जी महाराज हैं।

जो कि धर्म ध्वजा के रूप में अखाड़े में विराजमान होते हैं। इस समारोह में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन भी निर्धारित था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन के कारण राष्ट्रीय शोक के कारण उनका कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। इस आयोजन में सभी 13 अखाड़ों के प्रमुख संत भी उपस्थित थे। बता दें कि इससे पहले सन्यासी अखाड़ों में ध्वज की स्थापना हो चुकी है।

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