
Bihar : जदयू नेता ललन सिंह ने कहा है कि उन्होंने गरीबों को वोट देने के लिए प्रोत्साहित किया है, धमकी नहीं दी। उन्होंने मोकामा में विरोधियों को रोकने के आरोप पर स्पष्ट किया कि उनका मकसद दबंग नेता द्वारा गरीबों को वोट देने से रोकने के खिलाफ अपील करना था। साथ ही, उन्होंने राजद समर्थकों द्वारा एक जाति विशेष के प्रति इस्तेमाल की गई भाषा को अस्वीकार्य बताया और चुनाव आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखने की बात कही।
ललन सिंह ने बुधवार को कहा, “हमने किसी को धमकी नहीं दी, बल्कि गरीबों को वोट देने के लिए जागरूक किया है। यह भी चुनाव आयोग का काम है कि वह मतदाताओं को निर्भय होकर मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करे।”
उन्होंने अपने वीडियो का जिक्र करते हुए कहा, “यह वीडियो शिवनार गांव का है, जहां राजद के एक दबंग नेता रहते हैं। उस दबंग ने गरीबों को वोट नहीं डालने देने का प्रयास किया, मैंने उसकी शिकायत की और अपील की कि उसे घर में बंद कर मतदान की अनुमति दी जाए।”
ललन सिंह ने यह भी बताया कि मोकामा नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 15 से 27 तक के गरीब मतदाताओं को मतदान से रोकने की शिकायत मिली है। उन्होंने कहा, “इन गरीब मतदाताओं को धमकी दी जाती है कि यदि उन्होंने मतदान किया तो उन्हें छह ईंच छोटा कर दिया जाएगा। हमने अपने कार्यकर्ताओं से भी कहा है कि हर हाल में गरीब मतदाताओं का मतदान सुनिश्चित करें।”
उन्होंने कहा, “यह सभी गरीब मतदाता नीतीश कुमार के समर्थक हैं। इन्हें डरा कर मतदान से नहीं रोका जा सकता।” साथ ही, सिंह ने दुलारचंद यादव की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन, उनकी शवयात्रा के दौरान राजद समर्थकों द्वारा की गई भाषा स्वीकार्य नहीं है।”
ललन सिंह ने अपने वीडियो का जिक्र करते हुए कहा, “मेरे वीडियो का आधा हिस्सा दिखाया जा रहा है, पूरा वीडियो देखिए तो समझ में आएगा कि मैंने क्या कहा था।” उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, और वे सम्मान के साथ आयोग के सामने अपना पक्ष रखेंगे।
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