
कोलकाता। मुर्शिदाबाद जिले में हालिया हिंसा के बाद हालात पर काबू पाने के लिए शनिवार रातभर केंद्रीय बलों ने कई इलाकों में तलाशी अभियान चलाया। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रविवार सुबह नौ बजे से राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों के संयुक्त रूट मार्च की है, ताकि संवेदनशील इलाकों में अमन-चैन बहाल किया जा सके।
धुलियान इलाके की अशांति से डरकर कई लोग रात के अंधेरे में जलमार्ग से भागकर मालदा पहुंच गए। फिलहाल वे पल्लारपुर गांव में बने राहत शिविर में ठहरे हुए हैं। इनकी संख्या 100 से अधिक बताई जा रही है। शिविर में रह रहे लोग डरे और सहमे हुए हैं।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए मुर्शिदाबाद के सूती और शमशेरगंज थाना क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों को तत्काल प्रभाव से तैनात कर दिया गया है। रातभर अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां प्रभावित क्षेत्रों में गश्त करती रहीं। बलों ने स्थानीय लोगों और हिंसा प्रभावित परिवारों से संवाद भी किया।
संवेदनशील इलाकों में केंद्र और राज्य की संयुक्त टीमें लगातार रूट मार्च कर रही हैं। कहीं भी भीड़ या जमावड़े की सूचना मिलते ही केंद्रीय बल मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं और स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने के प्रयास कर रहे हैं।
जंगीपुर पुलिस जिले के सुपर को तृणमूल सांसद खलीलुर रहमान ने जंगीपुर क्षेत्र के संवेदनशील इलाकों की सूची सौंपी है। यह सूची केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों को उचित कार्रवाई में मदद करेगी।
राज्य के वरिष्ठ अधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार खुद हालात का जायजा लेने मुर्शिदाबाद पहुंचे हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय में स्थिति को सामान्य करने की कोशिशें जारी हैं।
स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। प्रशासन की ओर से अपील की गई है कि लोग शांति बनाए रखें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।