56 साल बाद डीएनए टेस्ट ने खोला गायब महिला का रहस्य, परिवार को मिला बड़ा सच!

पेनेलोप वेलियनकोर्ट उस समय सिर्फ 15 साल की थीं, जब उनकी मां डॉर्थी विलियम्स अचानक सैन फ्रांसिस्को से गायब हो गईं। परिवार ने लंबे समय तक उनकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 56 साल बाद, एक डीएनए टेस्ट ने इस रहस्य को सुलझाया, और जो सच सामने आया, वह सबको चौंका देने वाला था।

सोचिए, अगर आपके परिवार का कोई सदस्य अचानक गायब हो जाए, और सालों तक कोई जानकारी न मिले! इससे भी अधिक विचलित करने वाली बात यह है कि अगर 56 साल बाद वह व्यक्ति फिर से आपके जीवन में लौटे, तो आपका क्या हाल होगा! ऐसा ही कुछ हुआ अमेरिका की एक महिला के साथ, जब उनकी मां अचानक गायब हो गई और 56 साल बाद डीएनए टेस्ट ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।

पेनेलोप वेलियनकोर्ट (Penelope Vaillancourt) की मां, डॉर्थी विलियम्स (Dorothy Williams), 1966 में सैन फ्रांसिस्को से अचानक लापता हो गई थीं। उस समय पेनेलोप सिर्फ 15 साल की थीं। कई सालों तक उनका परिवार हरसंभव कोशिश करता रहा, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। पेनेलोप एक बस ड्राइवर बन गईं, और जब भी सड़क पर चलते हुए उन्हें अपनी मां से मिलती-जुलती महिला नजर आती, तो वो बस रोककर उस महिला से मिलने दौड़ जातीं। लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ अफसोस ही हाथ लगता।

डॉर्थी का जन्म ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया में 1917 में हुआ था, और वे सिडनी में रहती थीं। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान उनकी मुलाकात फ्रांकोइस वेलियनकोर्ट से हुई, और दोनों ने शादी कर ली। वे सैन फ्रांसिस्को में बस गए, और उनके सात बच्चे हुए। लेकिन उनका वैवाहिक जीवन जटिल हो गया, और बाद में तलाक हो गया। डॉर्थी को शराब की लत लग गई थी, जिससे वह अपने बच्चों का ठीक से ख्याल नहीं रख पाती थीं, और उनका परिवार टूटकर अलग हो गया। इसके बाद डॉर्थी ने एक जर्मन व्यक्ति से शादी की।

अक्टूबर 1966 में डॉर्थी को एक फायर स्टेशन के पास देखा गया था, जहां वे पैसे मांग रही थीं। एक फायरमैन ने उन्हें पैसे देने से मना कर दिया, और इसके बाद वह फिर से गायब हो गईं। दो महीने बाद, दिसंबर 1966 में, एक युवक ने सैन फ्रांसिस्को के पहाड़ी इलाके में उनकी लाश देखी, जो काफी सड़ चुकी थी। चूंकि उनका पहचान पत्र नहीं मिला था, उन्हें मरीन काउंटी जेन डो (Marin County Jane Doe) के नाम से दफन कर दिया गया।

यह मामला 56 साल बाद 2022 में हल हुआ, जब डीएनए टेस्टिंग तकनीक में काफी विकास हुआ था। मरीन काउंटी शेरिफ ऑफिस और कैलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने ओथ्रम लैब्स से मदद ली, जिन्होंने जेन डो की डीएनए प्रोफाइल तैयार की। पेनेलोप ने पहले ही अपना डीएनए टेस्ट करवाया था और उसे डीएनए टेस्टिंग वेबसाइट पर अपलोड किया था। जब लैब ने पेनेलोप के डीएनए से मिलान किया, तो यह साबित हो गया कि मरीन काउंटी जेन डो पेनेलोप की मां, डॉर्थी विलियम्स ही थीं। इस खोज ने पूरे परिवार को सच्चाई से रूबरू कराया।

हालांकि, कई सवाल अब भी बाकी हैं, जैसे पेनेलोप को यह नहीं पता कि उनकी मां की मौत कैसे हुई—क्या उन्हें किसी वाहन ने टक्कर मारी, या फिर वह पहाड़ से गिर गईं, या किसी और दुर्घटना का शिकार हो गईं। इन सवालों का जवाब आज भी अस्पष्ट है, लेकिन 56 साल बाद सच का सामने आना खुद में एक चमत्कार जैसा है।

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