
बच्चियों के गंभीर आरोपों पर डीएम के आदेश पर पहुंची जांच टीम, डीवीआर जब्त, अधिकारियों ने दर्ज किए बयान…..
अभिभावकों में आक्रोश, कहा बच्चियों को डर और धमकी के माहौल से बाहर निकालना होगा…….
मोहनलालगंज। लखनऊ।मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र के खुजौली में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बच्चियों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया है। शनिवार को तहसील समाधान दिवस में बच्चियों ने जिलाधिकारी विशाख जी के सामने स्कूल की प्रिंसिपल पर मारपीट, धमकी और रात में बाहरी लोगों के आने के आरोप लगाए थे। इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए एसडीएम मोहनलालगंज पवन पटेल और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को मौके पर जांच करने के निर्देश दिए थे।
डीएम के निर्देश के बाद रविवार की सुबह जांच टीम स्कूल पहुंची, जिसमें अपर जिलाधिकारी आपूर्ति ज्योति गौतम, एसडीएम पवन पटेल, बीएसए, और शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी शामिल रहे। अधिकारियों की टीम ने करीब दो घंटे तक विद्यालय परिसर में रहकर बच्चियों से अलग-अलग पूछताछ की।जांच के दौरान टीम ने विद्यालय परिसर का हर कोना खंगाला और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। टीम ने विद्यालय में लगे सी सी टीवी कैमरों के डी वी आर जब्त कर लिए ताकि बच्चियों के आरोपों की जांच में तकनीकी साक्ष्य मिल सकें।इसके साथ ही विद्यालय के हाजिरी रजिस्टर, गेस्ट रजिस्टर, चौकीदार ड्यूटी चार्ट और सुरक्षा गार्ड की एंट्री बुक को भी कब्जे में लेकर जांच शुरू की गई है।जांच अधिकारियों ने विद्यालय की वार्डन, सहायक शिक्षिकाओं, चौकीदार और रसोइयों से भी पूछताछ की। वहीं, बच्चियों से गोपनीय रूप से अलग कमरे में बयान लिए गए ताकि वे बिना डर के अपनी बात कह सकें।ज्ञात हो कि शनिवार को मोहनलालगंज तहसील में आयोजित समाधान दिवस में खुजौली कस्तूरबा गांधी विद्यालय की करीब आधा दर्जन छात्राएं पहुंची थीं।
छात्राओं ने डीएम विशाख जी से कहासर, हमारे स्कूल में रात में कई गाड़ियाँ आती हैं। गाड़ियों से कुछ आदमी उतरते हैं जो स्कूल में देर रात तक रुकते हैं। जब हम देखने की कोशिश करते हैं तो प्रिंसिपल मैडम हमें डांटती हैं, मारती हैं और धमकी देती हैं कि अगर किसी को बताया तो जान से मारकर फेंक देंगे।छात्राओं की बात सुनकर समाधान दिवस में मौजूद सभी अधिकारी भी स्तब्ध रह गए थे। जिलाधिकारी ने तत्काल एसडीएम और बीएसए को जांच के आदेश देते हुए कहा था कि ‘मामला अत्यंत संवेदनशील है, साक्ष्यों के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जांच टीम में शामिल एडीएम आपूर्ति ज्योति गौतम ने बताया कि प्रारंभिक जांच में बच्चियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। सी सी टीवी फुटेज और स्कूल रजिस्टरों की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि यदि आरोप सत्य पाए जाते हैं तो संबंधितों पर कठोर कार्रवाई होगी। किसी भी बच्ची के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
वहीं एसडीएम पवन पटेल ने बताया कि बच्चियों की सुरक्षा प्राथमिकता है। स्कूल में सुरक्षा गार्ड की मौजूदगी, गेट बंद करने का समय और रात्रिकालीन ड्यूटी का पूरा रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।घटना की जानकारी मिलने के बाद बच्चियों के अभिभावक भी विद्यालय पहुंचे। अभिभावकों ने कहा कि अगर बच्चियां डर में रहेंगी तो पढ़ाई पर असर पड़ेगा। उन्होंने मांग की कि “प्रशासन बच्चियों को सुरक्षित माहौल दे और जांच निष्पक्ष तरीके से पूरी करे।अभिभावकों ने यह भी कहा कि विद्यालय में लंबे समय से कई अनियमितताएं चल रही थीं, जिनकी शिकायतें अनसुनी की जाती रहीं।जांच अधिकारियों ने बताया कि विद्यालय से सभी दस्तावेज कब्जे में लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे दो दिनों में डीएम विशाख जी को सौंपा जाएगा। रिपोर्ट में दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर निलंबन या बर्खास्तगी की कार्रवाई भी संभव है।