
भास्कर ब्यूरो
बागपत। देशभर में अलग-अलग स्थानों पर महापुरुषों की प्रतिमाएँ स्थापित हैं, जो उनके योगदान और यादों को संजोने का कार्य करती हैं। इन प्रतिमाओं की देखरेख और रख-रखाव शासन-प्रशासन द्वारा किया जाता है, जिसके लिए बड़े खर्च और कई दावे किए जाते हैं। लेकिन बागपत में स्थिति कुछ अलग है। बागपत में पूर्व सांसद स्वर्गीय फिरोज खान की प्रतिमा पूरी तरह से खंडित होने की कगार पर पहुँच चुकी है, और प्रतिमा का एक हाथ भी क्षतिग्रस्त हुआ है। लंबे समय से इस प्रतिमा की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है।

स्वर्गीय फिरोज खान एक महान स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के पति थे। उनकी प्रतिमा का इस तरह से अपमान सहन नहीं किया गया, और जब समाजसेवी सुभाष चंद कश्यप को इस बारे में जानकारी मिली, तो उन्होंने प्रतिमा की देखरेख और साफ-सफाई के लिए बागपत डीएम अस्मिता लाल के पास पहुंचे। इसके बाद, समाजसेवी सुभाष चंद कश्यप ने अमीनगर सराय मोड़ पर स्थित फिरोज खान की प्रतिमा की साफ-सफाई की और उसकी देखरेख का काम किया।
पूर्व सैनिक सुभाष चंद कश्यप ने बताया कि जैसे ही उन्हें प्रतिमा के बारे में जानकारी मिली, वह उसकी साफ-सफाई और देखरेख के लिए वहां पहुंचे। जब उन्होंने मौके पर जाकर देखा, तो उन्हें यह भी पता चला कि कुछ भूमाफियाओं ने प्रतिमा की जगह पर दीवार खींचकर अवैध कब्जा किया हुआ है। फिलहाल, पूर्व सैनिक ने प्रशासन से अपील की है कि प्रतिमाओं की देखरेख और संरक्षण की व्यवस्था की जाए।
आपको बता दें कि स्वर्गीय फिरोज खान की यह प्रतिमा 1986 में स्थापित की गई थी, जब बागपत जिला नहीं था। तब मेरठ के डीएम टी. जोसेफ ने इस प्रतिमा का अनावरण किया था। 1997 में बागपत को अलग जिला बनाया गया, और अब यह फिरोज खान की प्रतिमा बागपत जनपद के सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के सराय मोड़ में स्थित है।