
कॉमेडियन कुणाल कामरा एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं, इस बार उनकी एक टिप्पणी ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। कामरा ने अपने स्टैंडअप शो में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें ‘गद्दार’ कहा, हालांकि उनका नाम लिए बिना। इस टिप्पणी के बाद शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने मुंबई के हैबिटेट स्टूडियो में जमकर तोड़फोड़ की, जहां यह शो शूट हो रहा था।
शिवसैनिकों का आक्रोश और पुलिस की कार्रवाई
यह घटना एक वायरल वीडियो के बाद सामने आई, जिसमें कामरा ने महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महायुति में शामिल बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी का मजाक उड़ाया था। इसके बाद शिवसेना (शिंदे गुट) के महासचिव राहुल कनाल सहित 11 से अधिक शिवसेना कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। ये गिरफ्तारियां खार पुलिस ने कीं, जिनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
राहुल कनाल ने तोड़फोड़ के बाद कहा, “जब आपके बुजुर्गों या देश के सम्मानित नागरिकों को निशाना बनाया जाता है, तो आप उस मानसिकता के किसी व्यक्ति को निशाना बनाएंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि यह ‘अभी तो ट्रेलर है, पिक्चर बाकी है’ और कुणाल कामरा को शिवसेना स्टाइल में सबक सिखाने की बात की।
गृह मंत्री का बयान
महाराष्ट्र के गृह (शहरी) मंत्री योगेश कदम ने कहा कि संविधान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार देता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि किसी को भी संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का अपमान करने का अधिकार दिया गया है। उन्होंने शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की और कहा कि इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
अजित पवार का बयान
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी को भी कानून और संविधान से बाहर नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी को अपने अधिकारों के भीतर रहकर ही बात करनी चाहिए, और किसी भी मुद्दे पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन पुलिस को बीच में नहीं लाना चाहिए।
कॉमेडियन के खिलाफ एफआईआर
वहीं, शिवसेना विधायक मुरजी पटेल की शिकायत पर मुंबई के एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में भी कामरा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले के तूल पकड़ने से राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है, और कामरा के लिए एक नया विवाद खड़ा हो गया है।