
एसिडिटी एक बहुत आम सी समस्या है, जिसका शिकार आए दिन हम सभी होते है अक्सर हम सभी को लगता है सिर्फ गलत तरीके के भोजन लेने से ही हमें एसिडिटी होती है लेकिन ये पूरी तरह से सत्य नही है क्योंकि एक रिसर्च में पाया गया है एसिडिटी होने के कुछ ओर भी अन्य कारण है
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, एसिडिटी ऐसी समस्या है जो पेट में एसिड के अधिक उत्पादन के कारण होती है। इस स्थिति में कभी-कभी एसिड भोजन नली में भी वापस आने लगता है जिसके कारण छाती के निचले हिस्से में दर्द या जलन हो सकती है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक किसी भी उम्र के व्यक्ति को एसिडिटी हो सकती है।
डॉक्टर और पोषण विशेषज्ञ कहते हैं कि अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतें और खराब आहार एसिडिटी के मुख्य कारण हैं। पर इसके अलावा भी कुछ स्थितियां हैं जो एसिडिटी का कारण बनती हैं
एसीडिटी के लिए कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं, जिसमें भोजन से जुड़ी आदतें सबसे प्रमुख हैं। अत्यधिक मसालेदार और तला-भुना भोजन करना, चाय-कॉफी या कार्बोनेटेड ड्रिंक्स का अधिक सेवन करना एसिडिटी की मुख्य वजह है। खाना खाने के बाद तुरंत लेटने, समय पर भोजन न करने या ज्यादा देर तक भूखा रहने, अत्यधिक फैटी फूड और जंक फूड खाने के कारण भी आपको एसिडिटी हो सकती है।
खान-पान में गड़बड़ी के अलावा जीवनशैली से संबंधित कई कारकों के चलते भी आपको एसिडिटी हो सकती है। अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग धूम्रपान और शराब का सेवन अधिक करते हैं उनमें इसका जोखिम अधिक देखा जाता है। इसके अलावा अगर आप अत्यधिक तनाव और चिंता में रहते हैं, नींद पूरी नहीं करते या फिर लंबे समय तक खाली पेट रहते हैं तो इन वजहों से भी आप एसिडिटी का शिकार हो सकते हैं
दवाएं भी हो सकती हैं कारण
जिन लोगों को अक्सर एसिडिटी की दिक्कत बनी रहती है उन्हें अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। कुछ स्थितियों में ये अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है।

एसीडिटी के लक्षण विभिन्न प्रकार के और हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं
- खाने के तुरंत बाद या खाली पेट जलन महसूस होना।
- डकार आना विशेषतौर पर खट्टी डकारें।
- अक्सर मुंह का स्वाद खट्टा बना रहना।
- पेट में भारीपन, दर्द और सूजन की दिक्कत बने रहना।
- एसिड गले तक आने से जलन और सूखी खांसी।
- मतली और उल्टी की समस्या या बार-बार जी मिचलाना