
सुल्तानपुर। लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के धरियामऊ गांव में सोमवार देर शाम निर्माणाधीन मकान की छत गिरने से बड़ा हादसा हो गया। 20×30 एरिया में डाली गई छत अचानक भरभरा कर ध्वस्त हो गई, जिससे सात मजदूर मलबे में दब गए। हादसे के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई।
आसपास मौजूद ग्रामीणों ने फौरन राहत कार्य शुरू किया और चार मजदूरों को बाहर निकाल लिया। इनमें से गंभीर रूप से घायल दो मजदूरों को लंभुआ सीएचसी और दो को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। वहीं, तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई आनंद (23) और विक्रम (20) निवासी अर्जुनपुर लंभुआ शामिल हैं। तीसरे मृतक की पहचान देर रात तक नहीं हो सकी थी।
रेस्क्यू ऑपरेशन रात करीब डेढ़ बजे तक चला। शव सीमेंट और सरिया में इस कदर जकड़े हुए थे कि गैस कटर से सरिए काटकर बाहर निकाला गया। जेसीबी की मदद से मलबा को हटाया गया।
सूचना पाकर डीएम कुमार हर्ष, एसपी कुंवर अनुपम सिंह, एसडीएम गामिनी सिंगला समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। अयोध्या से पहुंची एसडीआरएफ टीम और वाराणसी की विशेष टीम ने देर रात तक राहत-बचाव अभियान चलाया। अमेठी और प्रतापगढ़ से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हादसा उस वक्त हुआ जब छत डालने का काम पूरा होने के बाद मिक्चर मशीन खोली जा रही थी। अचानक शटरिंग टूटने से भारी भरकम छत भरभरा कर गिर पड़ी और मजदूर मलबे में दब गए।
गांव के निवासी रामतीर्थ धुरिया का यह मकान मुंबई से ठेके पर बनवाया जा रहा था। हादसे ने पूरे गांव को दहला दिया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
चार मजदूरों की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है,जिनका इलाज चल रहा है। जबकि तीन परिवारों पर इस हादसे ने गहरा घाव छोड़ दिया है।
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