अभाविप, काशी प्रांत का अधिवेशन जौनपुर में सफलतापूर्वक हुआ संपन्न

  • शिक्षा, राष्ट्र चेतना का अमर घोष वंदे मातरम्, सोनभद्र के विकास, पर्यावरण संबंधित चार प्रस्ताव किए गए पारित

जौनपुर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, काशी प्रांत का 65वाँ प्रांत अधिवेशन वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में अस्थाई रूप से बसाए गए ‘रानी अब्बक्का नगर’ में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, इस दौरान विभिन्न सांगठनिक एवं शैक्षिक विषयों पर संवाद हुआ और चार महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पारित तथा नवीन कार्यकारिणी की घोषणा की गई है।

यह प्रांतीय अधिवेशन 28 दिसम्बर पर अधिवेशन की पूर्व संध्या पर ‘लाल जी सिंह प्रदर्शनी’ के उद्घाटन के साथ शुरू हुआ था, जिसके पश्चात अगले दिन अधिवेशन की शुरुवात हुई। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक रमेश, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात भारतीय कुश्ती खिलाड़ी योगेश्वर दत्त एवं विशेष रूप से राष्ट्रीय मंत्री अभय प्रताप सिंह की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। इसके पश्चात प्रांत अध्यक्ष के रूप में डॉ महेंद्र त्रिपाठी एवं प्रांत मंत्री के रूप में शिवम सिंह को निर्वाचित किया गया। विभिन्न भाषण एवं समानांतर सत्रों में विद्यार्थियों से संवाद किया गया। अधिवेशन के दूसरे दिन अभाविप, के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने भाषण दिया तथा तत्पश्चात मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज से टीडी कॉलेज तक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई, जहां टीडी कॉलेज के ग्राउंड में राष्ट्रीय मंत्री अभय प्रताप सिंह एवं काशी प्रांत मंत्री शिवम सिंह के नेतृत्व में खुला अधिवेशन संपन्न हुआ। अंतिम दिन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख युद्धवीर द्वारा भाषण सत्र लिया गया जिसके पश्चात चार प्रस्ताव पारित किए गए तथा नवीन कार्यकारिणी की घोषणा की गई।

इस तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन के अंतिम दिवा पर ‘केंद्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालयों में रिक्त सीटें एवं देर तक चलती प्रवेश प्रक्रिया चिंतनीय’, ‘वंदे मातरम् के 150 वर्ष: राष्ट्र चेतना का अमर घोष’, ‘स्क्रीन टाइम से ग्रीन टाइम की ओर: एक संतुलित जीवन की पहल’, ‘सीमांत से सशक्तिकरण तक: सोनभद्र के उज्ज्वल भविष्य की परिकल्पना’ विषयक चारों प्रस्तावों को पारित किया गया है। अभाविप, काशी प्रांत द्वारा आगामी सत्र में इनपर प्रमुखता से कार्य किया जाएगा।

अधिवेशन के अंतिम दिन नवीन कार्यकारिणी की घोषणा नवनिर्वाचित काशी प्रांत अध्यक्ष डॉ महेंद्र त्रिपाठी द्वारा घोषित की गई, जिसमें प्रांत उपाध्यक्ष के रूप में सुल्तानपुर के संतोष सिंह अंश, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के राम शंकर उरांव, प्रयाग महानगर की आभा त्रिपाठी एवं गाजीपुर के रवि शेखर सिंह को अहम जिम्मेदारी मिली है। साथ ही प्रांत सह-मंत्री के रूप में कौशांबी के शिवबाबू चौधरी, प्रयाग महानगर की निवेदिता मिश्रा, भदोही के अमन सिंह तथा वाराणसी महानगर की त्रिकांत सिंह जाटव को दायित्व दिया गया है।

नवीन एवं पुरानी कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए अभाविप, पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही ने सभी को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि,” विद्यार्थी परिषद की विशिष्ट एवं उन्नत कार्यपद्धति के कारण ही आज अभाविप ने 77 वर्षों की लंबी गौरवशाली यात्रा तय की है। अभाविप एक चलायमान और परिवर्तनशील संगठन है, जिसमें कार्यकर्ता अपने विद्यार्थी जीवन तक कार्य करता है। इस ध्येय यात्रा के दौरान अभाविप की विशिष्ट कार्यपद्धति के अनुरूप कार्य करने से कार्यकर्ता का व्यक्तित्व निखरता है और उसमें ‘राष्ट्र प्रथम’ का भाव विकसित होता है। इसी कारण आज अभाविप विश्व की सबसे बड़ी और सशक्त छात्रशक्ति बनकर उभरी है। अभाविप केवल एक व्यक्ति-समूह नहीं अपितु एक विचार है; हम जिस प्रकार कार्य करेंगे, समाज हमें उसी रूप में जानेगा। हम सभी को भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी होगी।

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