SIR की समीक्षा को लेकर अभिषेक बनर्जी सोमवार को करेंगे बैठक

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की शुरुआत से पहले तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने जहां एक बार वर्चुअल बैठक कर अपने नेताओं को दिशा-निर्देश दिए थे, वहीं अब करीब 20 दिन बाद सोमवार को वे एसआईआर की प्रगति पर व्यापक समीक्षा करने जा रहे हैं। बैठक शाम चार बजे वर्चुअल माध्यम से होगी और इसमें पार्टी के 10 हजार से अधिक नेता व कार्यकर्ता शामिल होंगे।

तृणमूल सूत्रों के अनुसार, परामर्शदाता एजेंसी और संगठन द्वारा तैयार रिपोर्टों के आधार पर अभिषेक के सामने जो स्थिति उभरी है, उसमें अधिकांश जिलों में अच्छी प्रगति दिखाई दे रही है, जबकि कुछ जिलों और कुछ विशेष ब्लॉकों में नेतृत्व का उत्साह कम नजर आया है। बताया जा रहा है कि इन जिलों के पदाधिकारियों को अभिषेक सख्त चेतावनी दे सकते हैं और जवाबदेही तय करने में कोई हिचक नहीं दिखाएंगे।

बंगाल में 4 नवम्बर से बूथ स्तर अधिकारियों ने घर घर जाकर एनुमरेशन फॉर्म बांटना शुरू किया था। इसके पहले अभिषेक ने 31 अक्टूबर की बैठक में निर्देश दिया था कि पार्टी के बीएलए लगातार बीएलओ के साथ रहकर काम में सहयोग करें। अब जबकि पहला चरण पूरा हो चुका है, सोमवार की बैठक में अभिषेक दूसरे चरण के कार्यों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करेंगे। तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि यदि वैध मतदाताओं के नाम सूची से छूट गए हों तो दूसरे चरण में उन्हें जोड़ना सबसे महत्वपूर्ण कार्य होगा। इसके लिए दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी और अभिषेक चाहते हैं कि इसके लिए एसआईआर के तहत बनाए गए वाररूम का अधिक उपयोग किया जाए।

मतुआ बहुल राणाघाट और बनगांव सीटों के तहत विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की रणनीति को लेकर भी अभिषेक विशेष मार्गदर्शन दे सकते हैं। इसके साथ ही उत्तर बंगाल पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। तृणमूल के एक हिस्से की आशंका है कि भाजपा राज्य की लगभग 110 से 115 विधानसभा सीटों को लक्ष्य बनाकर एसआईआर प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। तृणमूल नेताओं का कहना है कि यदि इसे नहीं रोका गया तो स्थिति जटिल हो सकती है। हालांकि भाजपा का दावा है कि ये आरोप निराधार हैं और एसआईआर पूरी तरह निर्वाचन आयोग का कार्य है।

अक्टूबर के अंत में हुई बैठक में अभिषेक ने सांसदों और विधायकों को एक माह तक लगातार क्षेत्र में रहकर सक्रिय रहने के निर्देश दिए थे। बीते 20 दिनों में किसने कितना काम किया, इसकी रिपोर्ट अभिषेक के पास है और सोमवार की समीक्षा में उनके कार्यों का मूल्यांकन किया जा सकता है। दूसरी ओर अभिषेक के करीबी नेताओं का कहना है कि अब तक जिस तरह संगठन ने एसआईआर में भागीदारी की है, उससे अभिषेक कुल मिलाकर संतुष्ट हैं।

पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण शुरू हो चुका है। गांव से लेकर शहर तक बूथ स्तर अधिकारी घर घर जाकर एनुमरेशन फॉर्म बांट रहे हैं और विवरण एकत्र कर रहे हैं।

देश के 11 अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी यह प्रक्रिया समान रूप से चल रही है। जो लोग नौकरी या कामकाज के कारण राज्य से बाहर रहते हैं, उनके लिए आयोग ने ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा उपलब्ध कराई है।

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