भास्कर समाचार सेवा
नई दिल्ली। 1000 पुरुषों पर 910 महिलाओं वाले राज्य बिहार में सभी परिस्थितियों को धता बताते हुए भी आगे बढ़ रही हैं बिहार की बेटियाँ, इसी कड़ी में एक और मिसाल कायम की है एंकर रंजना रावत ने। रंजना जो कि आज बिहार-झारखण्ड में एक जाना-पहचाना चेहरा हैं, का धुर्वा से न्यूज़ स्टूडियो तक का सफर भी अपने आप में एक प्रेरणा-स्रोत है।
झारखंड-बिहार भारत के ऐसे राज्यों में शुमार हैं जहाँ तमाम सरकारी कोशिशों और योजनाओं के क्रियान्वयन के दावों के बावजूद महिलाओं और खासकर महिला शिक्षा की स्थिति बहुत उत्साहजनक नहीं कही जा सकती। ऐसे पिछड़े राज्यों में जहाँ मूलभूत सुविधाओं के लिए ही संघर्ष करना पड़ता है, महिलाओं का इन संघर्षों से लड़कर अपना मार्ग प्रशस्त करना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
झारखण्ड में जन्मी एवं पली- बढ़ी रंजना ने अपना मार्ग स्वयं प्रशस्त किया जिसके लिए उन्हें काफी संघर्ष भी करना पड़ा। पिता के स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के चलते परिवार को आर्थिक रूप से संबल प्रदान करने के लिए रंजना को अपनी उच्चतम शिक्षा के सपने को अधूरा ही छोड़ना पड़ा। आज वे बिहार और झारखंड की लड़कियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत हैं रंजना को देखकर आज लाखों लड़कियां मीडिया जगत में अपनी पहचान बनाने के लिए आगे बढ़ सकती हैं ।
रंजना का जन्म झारखण्ड के रांची में हुआ था और उनकी प्राथमिक शिक्षा धुर्वा से हुई। इंटरमीडिएट करने के पश्चात उन्होंने झारखण्ड से ही मास-कम्युनिकेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। रांची जैसे छोटे शहरों में मास – कम्युनिकेशन जैसे गैर-पारम्परिक (unconventional) कोर्स का चयन व उसमे आपने लिए रास्ता बनाना किसी भी तरह से आसान नहीं था, किन्तु रंजना ने वर्ष 2018 में अपनी स्नातक की डिग्री पूरी होते ही झारखंड के ही एक मीडिया संस्थान से अपनी पहली पारी शुरू की यहाँ वे एंकर एवं प्रोड्यूसर के रूप में कार्यरत रहीं। तकरीबन 2 वर्ष के कड़े परिश्रम एवं कार्य के प्रति समर्पण ने उन्हें समाचार के क्षेत्र में एक उभरते हुए चेहरे के रूप में स्थापित किया। इसके बाद तो जैसे पंछी को परवाज़ मिल गयी वर्ष 2020 के अंतिम में उन्होंने एक राष्ट्रीय अखबार में एंकर एवं प्रोड्यूसर का कार्यभार संभाला ।
रंजना रावत कि एक खासियत यह भी है कि वो हमेशा खुद को बेहतर करने की कोशिश में लगी रहतीं हैं। अपनी इन्हीं कोशिशों की बदौलत चंद महीनों में रंजना रावत ने एक बड़े और झारखंड-बिहार में जाना माना नाम बन चुके मीडिया ग्रुप में अपनी जगह बनाने में सफलता हासिल की और मार्च 2021 से अब तक वे न्यूज़ 18 बिहार एवं झारखण्ड चैनल पर एक चिर-परिचित अंदाज़ में बेबाक़ न्यूज़ आपके समक्ष रखती आ रही हैं।
रंजना आज देश के तमाम उन लड़कियों के लिए प्रेरणा का काम कर रही हैं जिनमें कुछ कर दिखाने जा जज्बा है और जो परिस्थितियों से हार मानना स्वीकार नहीं करती। बकौल रंजना जी’ “परिस्थितियों से डर कर कभी-कभी हम हार मान लेते हैं परंतु इन्हीं परिस्थितियों को, इन्हीं संघर्षों को जब हम प्रेरणापुंज बना लेते हैं तो हमें आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है।”