परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ : करंट की चपेट में आए दो मासूम भाई, दर्दनाक मौत, पूरे गांव में छाया मातम

झाँसी में करंट की चपेट में आए दो मासूम भाई, दर्दनाक मौत, पूरे गांव में छाया मातम

झाँसी। जनपद के चिरगांव क्षेत्र से एक हृदयविदारक हादसा सामने आया है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। बिठरी गांव में खेलते-खेलते दो सगे मासूम भाइयों की बिजली के करंट की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है और हर आंख नम है।

खेलते-खेलते छिन गई दो नन्ही जिंदगियां

जानकारी के अनुसार बिठरी गांव निवासी रामलाल वाल्मीकि के दो छोटे बेटे — 5 वर्षीय मयंक और 3 वर्षीय आरव, बुधवार शाम करीब चार बजे अपने घर के बाहर खेल रहे थे। खेलते-खेलते दोनों बच्चे एक बिजली के खंभे के पास पहुंच गए, जो कि करंट प्रवाहित था। दोनों मासूम उस खंभे के संपर्क में आते ही करंट की चपेट में आ गए।

देखते ही देखते दोनों बच्चे बुरी तरह झुलस गए और मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़े। जब तक आसपास के लोगों को कुछ समझ आता, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

अस्पताल ले जाते वक्त टूट गई उम्मीदें

घटना की सूचना मिलते ही परिवारजन और ग्रामीण दौड़ पड़े। किसी तरह बच्चों को करंट से अलग किया गया और तत्काल उन्हें चिरगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया। यह सुनते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।


परिवार का आरोप, लापरवाही से गई जान

मृत बच्चों के पिता रामलाल वाल्मीकि ने आरोप लगाया कि गांव के ही गौतम अहिरवार ने बिजली के खंभे से गैरकानूनी तरीके से तार जोड़ रखा था, जिससे पूरे पोल में करंट दौड़ रहा था। इसी तार के चलते दोनों बच्चों की जान गई।

परिजनों ने कहा कि अगर बिजली विभाग और प्रशासन ने पहले ही इस तरह के अवैध कनेक्शन पर कार्रवाई की होती, तो आज उनके बच्चे जिंदा होते।

पुलिस मौके पर पहुँची, शव पोस्टमार्टम को भेजे

सूचना मिलते ही चिरगांव थाना प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और दोनों शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और लापरवाही करने वाले के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

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