प्रशासन की सतर्कता से टला बड़ा हादसा : जयपुर-अजमेर रोड पर लगातार दूसरी घटना

जयपुर : राजस्थान के जयपुर जिले में गैस टैंकर से रिसाव की दो बड़ी घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें प्रशासन की त्वरित कार्रवाई ने संभावित बड़े हादसों को टाल दिया। पहली घटना दूदू क्षेत्र में नेशनल हाइवे-48 पर हुई, जबकि दूसरी घटना गुरुवार देर रात भांकरोटा क्षेत्र में जयपुर-अजमेर रोड पर घटी।

दूदू में गैस टैंकर से रिसाव, हाईवे पर अफरा-तफरी

शुक्रवार को नेशनल हाइवे 48 पर दूदू के पास स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप के समीप अजमेर से जयपुर की ओर जा रहे एक गैस टैंकर से अचानक गैस लीक होने लगी। टैंकर से तेज रिसाव के चलते इलाके में भगदड़ जैसे हालात बन गए। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए टैंकर को सुनसान स्थान पर ले जाकर खड़ा कराया और आसपास की विद्युत आपूर्ति बंद करवा दी, ताकि किसी भी प्रकार की चिंगारी से विस्फोट की आशंका को रोका जा सके।

दमकल की पांच गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और पानी का छिड़काव कर टैंकर को ठंडा किया। साथ ही आईओसी (इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन) की विशेषज्ञ टीम को मौके पर बुलाया गया, जिन्होंने रिसाव को नियंत्रित कर लिया।

दूदू थाना अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही एडीएम गोपाल परिहार, डीएसपी दीपक खंडेलवाल सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। अब टैंकर को जांच के लिए रोका गया है और रिसाव के कारणों की जांच जारी है।

भांकरोटा में भी टला हादसा: सीएनजी ट्रक से हुआ था रिसाव

इससे एक दिन पहले, गुरुवार रात को जयपुर-अजमेर रोड पर डीपीएस कट के पास भी सीएनजी से भरे एक ट्रक से गैस का तेज रिसाव हुआ था। टॉरेंट कंपनी के इस ट्रक में गैस प्रेशर के चलते वॉल्व की पाइप अचानक खुल गई, जिससे खतरनाक गैस लीक होने लगी।

ट्रक चालक की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया, जिसने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। मौके पर पहुंची मानसरोवर फायर स्टेशन की दमकल टीम ने रिसाव को नियंत्रित किया और ट्रक को 500 मीटर दूर रिंग रोड की तरफ ले जाकर सुरक्षित खड़ा करवाया।

घटना के समय ट्रक कालवाड़ रोड से ट्रांसपोर्ट नगर की ओर जा रहा था।

लगातार दो घटनाओं से प्रशासन सतर्क, सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल

लगातार दो दिनों में गैस टैंकर और ट्रक से रिसाव की घटनाएं सामने आने से आमजन के साथ-साथ प्रशासन और पेट्रोलियम कंपनियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे हैं। इन घटनाओं ने गैस परिवहन वाहनों की सुरक्षा, नियमित जांच और चालक प्रशिक्षण की अहमियत को रेखांकित किया है।

प्रशासन का कहना है कि गैस और सीएनजी वाहनों की सुरक्षा जांच को और सख्त किया जाएगा, और वाहन चालकों को भी रिसाव की स्थिति में क्या करना है, इसकी नियमित ट्रेनिंग दी जाएगी।

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