
- ऑपरेशन रूम से निकाले गए सिलेंडर, बाहर लगी भीड़, जला पड़ा आपरेशन थियेटर
- दमकल विभाग की तीन गाड़ियों ने आग पर पाया काबू
- गर्भवती महिलाओं के होना था ऑपरेशन
झांसी। झांसी रेल मंडल के मंडलीय रेल चिकित्सालय के ऑपरेशन थियेटर के एसी में आए शॉर्ट सर्किट से आग लग गई जिससे रेलवे अस्पताल में हड़कंप मच गया। ओटी में धुआं फैलते ही भगदड़ मच गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची। एक घंटे के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। आग की चपेट में आने से ऑपरेशन थियेटर के भीतर रखा सामान जलकर नष्ट हो गया। हालांकि इस आगजनी में कोई जनहानि या किसी के हताहत होने की घटना नहीं हुई है। इस कारण रेलवे प्रशासन ने राहत की सास ली है।
झांसी रेल मंडल में मंडलीय रेलवे चिकित्सालय है। यहां पर मंडल के रेलवे कर्मचारियों का इलाज किया जाता है। रोजाना की भांति झांसी के अलावा अन्य स्थानों के रेलवे कर्मचारी व परिजन इलाज के लिए यहां आते हैं। बुधवार की सुबह रेलवे कर्मचारी व उनके परिजन इलाज के लिए बनने वाले पर्चे बनवाने के लिए लाइन में लगे हुए थे। पर्चे मिलने के बाद चेकअप के लिए चिकित्सक कक्ष के बाहर खड़े हो गए। वहीं, रेलवे चिकित्सालय के ऊपर हिस्से में बने मेल सर्जिकल वार्ड के सामने ऑपरेशन थियेटर है। करीब दस बजे ऑपरेशन थियेटर से धुआं निकलना शुरु हो गया। ए .सी से चिंगारी उठी तो ओटी के बाहर बैठे लोगों में भगदड़ मच गई।
इस घटना की जानकारी लगते ही रेलवे अस्पताल में भगदड़ मच गई। मरीज के परिजन व वार्डों के बाहर आकर खड़े हो गए। इसकी सूचना मिलते ही दमकल विभाग की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। इसके पहले रेलवे अस्पताल के स्टॉफ ने अग्निशमन यंत्र से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। इसी बीच दमकल विभाग के कर्मचारियों ने ओटी से निकल रहे धुआं पर पानी की छिड़काव करना शुरु कर दिया। करीब एक घंटे बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। आग की चपेट में आने से ऑपरेशन थियेटर के भीतर रखा सामान जलकर नष्ट हो गया।
वहीं, मंडल रेल अस्पताल में बुधवार को गर्भवती महिलाओं के आपरेशन होना था। मरीज के साथ तीमारदार पहुंचना शुरु हो गए थे। लोगों का कहना है कि ऑपरेशन थियेटर के भीतर से लगे एसी में शॉर्ट सर्किट से आग लगी है। इस संबंध में मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजकिशोर राय का कहना है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की बात सामने आई है। इससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। आग लगने से ओटी का सामान जलकर नष्ट हो गया है। वहीं, रेलवे के पीआरओ मनोज कुमार सिंह का कहना है कि आग से कोई जनहानि नहीं हुई है। आग के कारणों की जांच की जा रही हैं।
आग लगी, भरे हुए सिलेंडर निकाले गए बाहर
ऑपरेशन थियेटर के पास गैस से भरे हुए भारी मात्रा में सिलेंडर रखे हुए थे। जैसे ही ओटी में आग लगने की जानकारी हुई तो अस्पताल के स्टॉफ ने खिड़की तोड़कर सबसे पहले गैसों से भरे गैस सिलेंडरों को बाहर निकलना शुरु कर दिया था, अगर आग वीभत्स होती तो अग्निकांड बड़ा हो सकता था।