वाराणसी में श्रद्धालुओं का सैलाब, 20 लाख से अधिक लोगों ने किए बाबा विश्वनाथ के दर्शन

  • आंग्ल नववर्ष के पहले ही होटल, धर्मशाला, गेस्टहाउस के साथ नाव और बजड़े बुक

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आंग्ल नववर्ष मनाने के लिए श्रद्धालुओं और पर्यटकों की अभूतपूर्व भीड़ उमड़ रही है। काशी पहुंचने के बाद श्रद्धालु गंगा स्नान के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे मंदिर परिसर और उससे जुड़ी गलियों में भारी भीड़ देखी जा रही है।

श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने पहले ही गर्भगृह में स्पर्श दर्शन पर अस्थायी रोक लगा दी है। मंदिर परिसर में सुरक्षा और व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विश्वभूषण मिश्र ने बुधवार को बताया कि दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में ही 20 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर चुके हैं। वहीं, बीते मात्र तीन दिनों में 11 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन किया है। श्रद्धालुओं के आने का क्रम निरंतर जारी है।

उन्होंने बताया कि बीते वर्ष नववर्ष के अवसर पर लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किया था, जबकि इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 7 से 8 लाख तक पहुंचने की संभावना है। इसी अनुमान के आधार पर मंदिर प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियां की गई हैं।

सीईओ ने कहा कि मंदिर न्यास के कार्मिक यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रत्येक श्रद्धालु को सुव्यवस्थित और सुगम दर्शन प्राप्त हो। इसके लिए प्रवेश, निकास, पंक्ति व्यवस्था और दिशा-निर्देशों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खोया-पाया केंद्र, आपात चिकित्सा सेवा, हेल्प डेस्क जैसी आवश्यक व्यवस्थाएं भी की गई हैं।

उन्होंने बताया कि भीड़ प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में एंड-टू-एंड बैरिकेडिंग की गई है। सामान्य दिनों में जहां श्रद्धालुओं को चार द्वारों से प्रवेश मिलता है, वहीं अत्यधिक भीड़ के कारण फिलहाल पांच द्वारों से प्रवेश कराया जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्पर्श दर्शन या विशेष दर्शन व्यवस्था को तीन जनवरी तक स्थगित रखा गया है। इसके बाद भीड़ की स्थिति की समीक्षा कर आगे का निर्णय लिया जाएगा।

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