
कासगंज। सदर कोतवाली के नदरई गेट स्थित पूर्व से विवादों में रहे जेपी पब्लिक स्कूल में एक कक्षा 9 के छात्र द्वारा अपने सहपाठी छात्र की जमकर पिटाई करने का मामला सामने आया है, मारपीट का सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, वही पिटाई करने से छात्र की गले की हड्डी टूट गई, जिसका उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है, परिजनों का आरोप है जब स्कूल प्रशासन से इसकी शिकायत की, तो उन्होंने कोई भी कार्रवाई नहीं की है, वही परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने नाबालिग छात्र के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। वहीं परिजनों का आरोप है कि छात्र के परिजन आए दिन धमकी देकर फैसले का दबाव बना रहे हैं।
बता दें घायल छात्र का नाम रिषभ पुत्र वीरेश कुमार है, छात्र रिषभ कासगंज की न्यू माधोपुर कॉलोनी का रहने वाला है, और कासगंज के नदरई गेट स्थित जेपी पब्लिक स्कूल में कक्षा 9 का छात्र है, घायल छात्र रिषभ का आरोप है कि उसकी ही कक्षा में पढ़ने वाला एक छात्र बीते कई दिनों से उसे परेशान करता था, बीती तारीख को जब वह क्षेत्र के मालगोदाम रोड पर कोचिंग पढ़ने गया तो छात्र ने उसके साथ मारपीट कर दी, जिसकी शिकायत रिषभ के परिजनों ने स्कूल प्रशासन व छात्र के परिजनों से की, जिससे पिटाई करने वाला छात्र नाराज हो गया और 29 अगस्त को स्कूल के अंदर ही छात्र ने उसकी जमकर पिटाई कर दी, पिटाई में रिषभ के गले की हड्डी टूटने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया, वहीं घायल छात्र रिषभ के पिता वीरेश कुमार का आरोप है कि सूचना पर जब जेपी स्कूल पहुंचे और स्कूल प्रशासन से पिटाई करने वाले छात्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, तो स्कूल प्रशासन ने कोई भी कार्यवाही नहीं की, जब उन्होंने पुलिस को सूचना देने के लिए फोन निकला तो स्कूल प्रशासन ने उनका फोन छीन लिया, लगभग आधा घंटे बाद फोन वापस किया, और घायल रिषभ को घर ले जाने की बात कही, पीड़ित रिषभ के पिता वीरेश ने स्कूल से बाहर आकर पुलिस को सूचना दी, वहीं पुलिस पीड़ित छात्र के पिता की तहरीर पर पिटाई करने वाले छात्र के खिलाफ मामला दर्ज कर करवाई प्रारम्भ कर दी है, वहीं चिकित्सकों ने घायल छात्र रिषभ को एक माह के लिए बेडरेस्ट बताया है। वहीं परिजनों का आरोप है कि छात्र के परिजन आए दिन धमकी देकर फैसले का दबाव बना रहे हैं।
आपको बतादें कि जेपी पब्लिक स्कूल पूर्व से ही विवादों से घिरा रहा है, यहाँ आए दिन छात्र एक दूसरे छात्र के साथ मारपीट की घटना को अंजाम देते रहते हैं, पूर्व में भी कबूतर बाजी को लेकर छात्रों में मारपीट होने का मामला प्रकाश में आया था, जिसको स्कूल प्रशासन ने ले देकर मामले को शांत करा दिया था, अब देखने वाली बात यह है कि जिला प्रशासन एसे स्कूल के खिलाफ क्या कार्यवाही करता है।