
लखनऊ। गोमती नगर विस्तार के छोटा भरवारा इलाके का मामला है, जहाँ रविवार को ईसाइयों की प्रार्थना सभा के दौरान अवैध मतांतरण और अनैतिक गतिविधियों के आरोप में स्थानीय लोगों ने विरोध किया। बताया जा रहा है कि पिछले 6-7 वर्षों से इलाके में धर्म परिवर्तन की गतिविधियाँ चल रही थीं, और जब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया, तो उन्हें धमकी दी गई।
इसके बाद इलाके के लोग एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। एडीसीपी ईस्ट पंकज कुमार सिंह के नेतृत्व में दो पुलिस थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने करीब 40-50 लोगों को घर से बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षा प्रदान की। हालांकि, कुछ लोग अभी भी अंदर थे, जिन्हें बाहर निकाले जाने की प्रक्रिया जारी थी।
स्थानीय लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस इस मामले में लापरवाह है और उन पर मिलीभगत का आरोप भी लगाया। उन्हें लगता है कि पुलिस अवैध गतिविधियों पर उचित कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे उनका आक्रोश बढ़ गया था। यह मामला स्थानीय समुदाय के बीच तनाव और चिंता का कारण बन गया है।
पुलिस पर लगा लापरवाही का आरोप –

मोहल्ले की रहने वाली सीमा सिंह, शोभा तिवारी, शशि मिश्रा ने कहा कि अंदर मौजूद लोगों को बाहर निकालने की मांग कर रहे थे। पुलिस आई और उन्हें अपनी गाड़ियों से बाहर निकाला इसके बाद उन्हें ले जाकर छोड़ दिया। लोगों का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। बल्कि, मिलीभगत से मतांतरण चल रहा है।