
क्या कहते है असिस्टेंट कमांडेंट- इस संबंध मे जब रूपईडीहा की एसएसबी बीओपी के इंचार्ज सुकुमार देव वर्मन से बात की गयी तो उन्होने सफाई पेश करते हुए कहा कि यह आरोप सरासर गलत है। किसी को रोका नही जाता। आईडी देखने के बाद लोगों को छोड़ दिया जाता है। उन्होने यह भी कहा कि मेरे पास कोई आता ही नही। जबकि बैरियर्स से उनका आफिस दूर है। लोग वहां तक पहुंच नही पाते। जवान बैरियर पर लोगों को परेशान करते देखे जाते है।











