
यूँ तो आज कल टॉयलेट और वाशरूम को लेकर लोग बहुत सतर्क हो गए है और यही वजह है, कि आज कल इस विषय पर फिल्मे भी बनने लगी है. हालांकि पहले के समय में टॉयलेट और वाशरूम का ज्यादा महत्व नहीं था, पर आज के समय में लोग टॉयलेट और वाशरूम को भी बेहद सजा कर रखते है. मगर क्या आप जानते है कि आपके ऐसा करने से आपको कितना नुकसान हो सकता है. जी हां दरअसल फेंगशुई के अनुसार ऐसा माना जाता है, कि टॉयलेट या वाशरूम को सजाने से घर में एकत्रित हुई सकारात्मक ऊर्जा फ्लश हो जाती है. इसलिए वास्तु के हिसाब से इन्हे सजाना उचित नहीं माना जाता है.
आज हर कोई बैडरूम के साथ ही वाशरूम बनवाता है. ऐसे में मकान बनाते समय इस बात का ध्यान रखे कि मुख्य दरवाजे के सामने या दाए बाए टॉयलेट का दरवाजा खुलना अशुभ माना जाता है और इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा भी फैलती है. इसलिए इसे बनाते समय इन बातों का खास ध्यान रखे. गौरतलब है, कि वाशरूम में लोग रंग बिरंगी बाल्टियां ही रखते है. वही अगर वास्तु की माने तो नीले रंग की बाल्टी रखना बेहद शुभ माना जाता है. जी हां इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है. इसके इलावा इसे हमेशा साफ़ पानी से ही भर कर रखे, इससे घर में खुशहाली बनी रहती है.
बता दे कि वाशरूम का दरवाजा हमेशा बंद करके रखना चाहिए, इसे कभी खुला न छोड़े. दरअसल घर और वाशरूम में अलग अलग प्रकार की उर्जाए होती है. ऐसे में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव आपके घर पर पड़ सकता है. जिसके चलते परिवार के सदस्य किसी रोग का शिकार भी हो सकते है. गौरतलब है, कि पानी का गलत या बिना जरूरत के इस्तेमाल करना कई तरह के वास्तु दोषो का कारण बनता है. इससे धन और तन दोनों से जुडी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यानि घर का सारा धन धीरे धीरे खत्म होने लगता है.
इसके इलावा पानी की टंकी में दरारे, वाशरूम में गंदगी और टपकते नल आदि छोटी छोटी चीजों पर ध्यान देने से बड़ी मुश्किलों से बचा जा सकता है. गौरतलब है, कि वाशरूम में शीशा दरवाजे के सामने न लगाए. वो इसलिए क्यूकि जब वाशरूम का दरवाजा खुलता है तो घर की नकारात्मक ऊर्जा अंदर आती है, पर यदि दरवाजा खोलते समय शीशा सामने होगा तो नकारात्मक ऊर्जा उससे टकरा कर वापिस घर में ही आ जाएगी.















