
Happy new year : नया साल 2026 सिर्फ तारीख बदलने का नाम नहीं है, बल्कि यह त्योहारों, परंपराओं और सांस्कृतिक उत्सवों के नए चक्र की शुरुआत भी है। साल की शुरुआत धार्मिक पर्व प्रदोष व्रत से होगी और इसके बाद मकर संक्रांति, पोंगल, लोहड़ी से लेकर होली, रक्षाबंधन, करवा चौथ, दशहरा, दिवाली और छठ पूजा तक पूरा साल रंग-बिरंगे पर्वों से सजा रहेगा।
साल 2026 में फेस्टिवल टूरिज्म और भी ज्यादा जीवंत, आकर्षक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध रहने वाला है। हर महीना एक नई खुशबू, नया रंग और नई परंपरा लेकर आता है। हर त्योहार के साथ कोई-न-कोई ऐसी जगह जुड़ी होती है, जहां उस खास समय पर जाना यात्रा को यादगार बना देता है। अगर आप पहले से योजना बना लें तो एडवांस बुकिंग के साथ बजट और समय—दोनों की बचत हो सकती है।
जनवरी 2026

साल की शुरुआत धार्मिक और सांस्कृतिक यात्राओं से की जा सकती है। मकर संक्रांति के अवसर पर गुजरात में पतंगों से सजा आसमान अद्भुत दृश्य पेश करता है। इसी महीने कच्छ का रण उत्सव भी होता है, जहां सफेद रेगिस्तान, लोक संगीत, ऊंट सफारी और कच्छी संस्कृति का अनोखा संगम देखने को मिलता है।
असम में माघ बिहू फसल और लोकसंस्कृति का उत्सव है, जहां गांवों की सादगी और खुशियां करीब से महसूस होती हैं। वहीं अमृतसर में लोहड़ी और बसंत पंचमी के दौरान स्वर्ण मंदिर की यात्रा आध्यात्मिक शांति देती है।
फरवरी 2026
फरवरी में कला और मस्ती का रंग देखने के लिए मध्य प्रदेश के खजुराहो और गोवा की यात्रा की जा सकती है। खजुराहो डांस फेस्टिवल में ऐतिहासिक मंदिरों की पृष्ठभूमि में शास्त्रीय नृत्य एक अविस्मरणीय अनुभव देता है। गोवा कार्निवल रंग, संगीत और मस्ती का अनोखा उत्सव है। इसके अलावा वैलेंटाइन वीक के दौरान कपल्स के लिए हिल स्टेशन या रोमांटिक डेस्टिनेशन भी बेहतरीन विकल्प हैं।
मार्च 2026
मार्च में होली का त्योहार पूरे देश में जोश के साथ मनाया जाता है, लेकिन मथुरा-वृंदावन की लट्ठमार होली और वाराणसी की होली दुनिया भर में मशहूर है। यहां रंग, भजन, ढोल और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
अप्रैल 2026

अप्रैल में बैसाखी, विषु, हनुमान जयंती और चैत्र नवरात्रि मनाई जाती है। बैसाखी के लिए अमृतसर और विषु के लिए केरल की यात्रा की जा सकती है। नवरात्रि के दौरान वैष्णो देवी, मैहर या अन्य शक्तिपीठों में दर्शन और मेलों का विशेष महत्व होता है।
मई 2026

मई में गर्मी बढ़ने लगती है, ऐसे में लद्दाख, कश्मीर या अन्य ठंडी जगहों की यात्रा बेहतर रहती है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लद्दाख के बौद्ध मठों की शांति और हिमालय का सौंदर्य मन को सुकून देता है। केरल में त्रिशूर पूरम के दौरान भव्य हाथी जुलूस और ढोल की गूंज एक अलग ही अनुभव देती है।
जून 2026
जून में बड़े त्योहार कम होते हैं, लेकिन गर्मियों की छुट्टियों के कारण यह लंबी यात्राओं और पहाड़ी इलाकों में घूमने का आदर्श समय है।
जुलाई 2026
जुलाई में कश्मीर की वादियां हरियाली से भर जाती हैं। गुलमर्ग की खूबसूरती, शांत वातावरण और अमरनाथ यात्रा की शुरुआत इस महीने को खास बनाती है। बारिश के साथ कश्मीर अपनी सबसे शांत और प्राकृतिक छटा दिखाता है।
अगस्त 2026

अगस्त में 15 अगस्त, ओणम और जन्माष्टमी जैसे बड़े पर्व मनाए जाते हैं। ओणम के लिए केरल, जन्माष्टमी के लिए मथुरा-वृंदावन और स्वतंत्रता दिवस के लिए दिल्ली या वाघा बॉर्डर की यात्रा की जा सकती है। ओणम में फूलों की सजावट, नौका दौड़ और पारंपरिक साद्या भोजन खास आकर्षण हैं, जबकि मथुरा-वृंदावन में रासलीला और भजनों का दिव्य माहौल बनता है।
इस तरह 2026 का हर महीना त्योहारों और यात्रा के नए अवसर लेकर आता है। अगर आप फेस्टिवल कैलेंडर के हिसाब से ट्रैवल प्लान बनाएं, तो हर सफर यादगार बन सकता है।















