
संभल। उत्तर प्रदेश के जनपद संभल की सदर कोतवाली क्षेत्र में तालाब की चार बीघा भूमि से अवैध कब्जा हटाने के लिए तहसीलदार के नेतृत्व में कार्रवाई हुई है। अवैध कब्जे को हटाने के लिए बुधवार को बुलडोजर चलाया गया। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के अभियान का हिस्सा है।
संभल कोतवाली क्षेत्र के गांव शहजादी सराय में बाहर चुंगी स्थित गाटा संख्या 304, रकवा 0.259 हेक्टेयर (लगभग चार बीघा) तालाब की भूमि पर कब्जा था। तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने के लिए प्रवर्तन टीम पहुंची। इसके लिए संभल नगर पालिका परिषद की जेसीबी मशीन बुलाई गई है।
अतिक्रमण हटाने की इस कार्रवाई के लिए तहसीलदार ने राजस्व निरीक्षक पंकज गुप्ता के नेतृत्व में छह लेखपालों की एक टीम गठित थी। इस टीम में स्पर्श गुप्ता, सचिन गुप्ता, नितिन शर्मा, सुभाष चंद्र, गन्नू बाबू और शहराज उस्मानी शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक, भूमाफियाओं ने इस चार बीघा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर इसे बेच दिया था। अतिक्रमणकारियों ने जमीन के चारों ओर ऊंची मेड़ बनाकर उसे घेर लिया था और पेड़ भी लगा दिए थे। लेखपालों की टीम पहले भूमि की पैमाइश की। फिर बुलडोजर चलाकर गया।
तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि यह तालाब का रकबा है। इस पर आसपास के लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। उन्होंने कहा कि यह संभल-मुरादाबाद रोड पर स्थित शहर की जमीन है, जिसे चिन्हित कर अलग किया जा रहा है। तहसीलदार ने बताया कि आरिफ हिलाल और कपिल सिंघल के परिवार के सदस्यों सहित कई अन्य लोगों का इस भूमि पर कब्जा है। इन लोगों ने तालाब की भूमि को अपने गाटा संख्या में शामिल कर क्रय-विक्रय किया था। अब इस चार बीघा तालाब की भूमि को अलग किया जा रहा है। इसकी अनुमानित कीमत करोड़ों रुपये में है।











